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हिमाचल में शिक्षकों के लिए राज्य पुरस्कार योजना शुरू, 6 श्रेणियों में हर साल दिए जाएंगे इतने पुरस्कार - AWARD SCHEME FOR TEACHERS

हिमाचल में तकनीकी शिक्षा विभाग में विशिष्ट शिक्षकों को सरकार द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा. पुरस्कार राज्यपाल प्रदान करेंगे.

Himachal State Award Scheme for Teachers
शिक्षकों के लिए हिमाचल राज्य पुरस्कार योजना (File Photo)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : April 5, 2025 at 8:46 AM IST

3 Min Read

शिमला: हिमाचल सरकार ने तकनीकी शिक्षा विभाग में विशिष्ट शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए राज्य पुरस्कार योजना शुरू करने को स्वीकृति प्रदान की है. तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान, विशिष्ट सेवाओं, नवाचार और कार्य समर्पण को सराहते हुए शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए यह योजना शुरू की गई है. इसके तहत हर साल 6 श्रेणियों में कुल 10 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे. इनमें औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के लिए तीन सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार, रिसर्च एक्सीलेंस एंड इनोवेशन अवार्ड (डिग्री लेवल) और इंडस्ट्री कोलैबोरेशन अवार्ड (पॉलिटेक्निक एंड आईटीआई) के लिए दो-दो पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ शिक्षक (पॉलिटेक्निक, इंजीनियरिंग और फार्मेसी कॉलेज लेवल) के लिए एक-एक पुरस्कार शामिल है.

राज्यपाल प्रदान करेंगे पुरस्कार

यह पुरस्कार हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल की तरफ से प्रदान किए जाएंगे. जिसमें शिक्षकों को सम्मान के रूप में मेडल, हिमाचली टोपी, स्कार्फ, शॉल, किताबें, स्मृति चिन्ह, मान्यता और प्रशस्ति-पत्र दिए जाएंगे. प्रदेश सरकार तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के साथ-साथ उल्लेखनीय कार्यों और नवाचार को प्रोत्साहित कर रही है. यह पहल युवाओं के भविष्य को उज्जवल बनाने में तकनीकी शिक्षकों के योगदान को दर्शाती है. इस योजना के जरिए उन शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने शिक्षा, संस्थान विकास, मेंटरशिप, सामाजिक आउटरीच, अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में योगदान से छात्रों को विकास एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

इन मापदंडों पर होगा शिक्षकों का चयन

  • शैक्षणिक उत्कृष्टता
  • शोध कार्य
  • नवाचार शिक्षण पद्धतियां
  • पाठ्यक्रम विकास
  • विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट
  • मार्गदर्शन
  • शोध प्रकाशन
  • पेटेंट
  • औद्योगिक सहयोग
  • सॉफ्टवेयर या उपकरण का निर्माण

ये विशेष योगदान जरूरी

पुरस्कार के लिए पात्रता शैक्षणिक नवाचार, औद्योगिक सहयोग, पेटेंट फाइलिंग या छात्र प्लेसमेंट में से किसी एक क्षेत्र में भी विशेष योगदान जरूरी होगा. चयन प्रक्रिया में बहुस्तरीय मूल्यांकन होंगे. पहले चरण में तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से नामित विशेषज्ञ समिति संस्थानों से प्राप्त नामांकनों की समीक्षा करेंगे. इसके बाद तकनीकी शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति उपयुक्त उम्मीदवारों की सिफारिश करेगी. अंत में सचिव (तकनीकी शिक्षा) की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय चयन समिति श्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार के लिए शिक्षकों का अंतिम चयन करेगी.

सेवाकाल में एक बार दिया जाएगा पुरस्कार

यह पुरस्कार किसी भी शिक्षक को उनके पूरे सेवाकाल के दौरान केवल एक बार ही दिया जाएगा. सेवानिवृत शिक्षक और वे सभी शिक्षक जिन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही चल रही है, इस पुरस्कार के लिए पात्र नहीं होंगे. केवल वे शिक्षक जो पुरस्कार वर्ष की 30 अप्रैल तक सेवारत होंगे, वही इस पुरस्कार के लिए पात्र माने जाएंगे. इंजीनियरिंग कॉलेज, फार्मेसी कॉलेज, पॉलिटेक्निक और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के शिक्षकों के लिए अलग-अलग मूल्यांकन मानदंड लागू होंगे. वर्तमान में प्रदेश सरकार की ओर से 5 इंजीनियरिंग कॉलेज, 5 फार्मेसी कॉलेज, 17 पॉलिटेक्निक और 153 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान संचालित किए जा रहे हैं. इसके अलावा 180 निजी संस्थान भी राज्य में तकनीकी शिक्षा प्रदान कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: कुल्लू के सुमित ठाकुर को मिला राष्ट्रीय युवा पुरस्कार, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने किया सम्मानित

शिमला: हिमाचल सरकार ने तकनीकी शिक्षा विभाग में विशिष्ट शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए राज्य पुरस्कार योजना शुरू करने को स्वीकृति प्रदान की है. तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान, विशिष्ट सेवाओं, नवाचार और कार्य समर्पण को सराहते हुए शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए यह योजना शुरू की गई है. इसके तहत हर साल 6 श्रेणियों में कुल 10 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे. इनमें औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के लिए तीन सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार, रिसर्च एक्सीलेंस एंड इनोवेशन अवार्ड (डिग्री लेवल) और इंडस्ट्री कोलैबोरेशन अवार्ड (पॉलिटेक्निक एंड आईटीआई) के लिए दो-दो पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ शिक्षक (पॉलिटेक्निक, इंजीनियरिंग और फार्मेसी कॉलेज लेवल) के लिए एक-एक पुरस्कार शामिल है.

राज्यपाल प्रदान करेंगे पुरस्कार

यह पुरस्कार हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल की तरफ से प्रदान किए जाएंगे. जिसमें शिक्षकों को सम्मान के रूप में मेडल, हिमाचली टोपी, स्कार्फ, शॉल, किताबें, स्मृति चिन्ह, मान्यता और प्रशस्ति-पत्र दिए जाएंगे. प्रदेश सरकार तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के साथ-साथ उल्लेखनीय कार्यों और नवाचार को प्रोत्साहित कर रही है. यह पहल युवाओं के भविष्य को उज्जवल बनाने में तकनीकी शिक्षकों के योगदान को दर्शाती है. इस योजना के जरिए उन शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने शिक्षा, संस्थान विकास, मेंटरशिप, सामाजिक आउटरीच, अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में योगदान से छात्रों को विकास एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

इन मापदंडों पर होगा शिक्षकों का चयन

  • शैक्षणिक उत्कृष्टता
  • शोध कार्य
  • नवाचार शिक्षण पद्धतियां
  • पाठ्यक्रम विकास
  • विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट
  • मार्गदर्शन
  • शोध प्रकाशन
  • पेटेंट
  • औद्योगिक सहयोग
  • सॉफ्टवेयर या उपकरण का निर्माण

ये विशेष योगदान जरूरी

पुरस्कार के लिए पात्रता शैक्षणिक नवाचार, औद्योगिक सहयोग, पेटेंट फाइलिंग या छात्र प्लेसमेंट में से किसी एक क्षेत्र में भी विशेष योगदान जरूरी होगा. चयन प्रक्रिया में बहुस्तरीय मूल्यांकन होंगे. पहले चरण में तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से नामित विशेषज्ञ समिति संस्थानों से प्राप्त नामांकनों की समीक्षा करेंगे. इसके बाद तकनीकी शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति उपयुक्त उम्मीदवारों की सिफारिश करेगी. अंत में सचिव (तकनीकी शिक्षा) की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय चयन समिति श्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार के लिए शिक्षकों का अंतिम चयन करेगी.

सेवाकाल में एक बार दिया जाएगा पुरस्कार

यह पुरस्कार किसी भी शिक्षक को उनके पूरे सेवाकाल के दौरान केवल एक बार ही दिया जाएगा. सेवानिवृत शिक्षक और वे सभी शिक्षक जिन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही चल रही है, इस पुरस्कार के लिए पात्र नहीं होंगे. केवल वे शिक्षक जो पुरस्कार वर्ष की 30 अप्रैल तक सेवारत होंगे, वही इस पुरस्कार के लिए पात्र माने जाएंगे. इंजीनियरिंग कॉलेज, फार्मेसी कॉलेज, पॉलिटेक्निक और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के शिक्षकों के लिए अलग-अलग मूल्यांकन मानदंड लागू होंगे. वर्तमान में प्रदेश सरकार की ओर से 5 इंजीनियरिंग कॉलेज, 5 फार्मेसी कॉलेज, 17 पॉलिटेक्निक और 153 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान संचालित किए जा रहे हैं. इसके अलावा 180 निजी संस्थान भी राज्य में तकनीकी शिक्षा प्रदान कर रहे हैं.

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