शिमला: हिमाचल में 'इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना' के तहत 18 से 59 साल की आयु वर्ग की महिलाओं को दिए जानी वाली 1500 रुपए की योजना का विस्तार किया गया है. प्रदेश सरकार ने इस आयु वर्ग की महिलाओं को 1500 रुपए महीना देने के लिए तय नियम और शर्तों में राहत दी है. जिस कारण कई और परिवारों की महिलाएं अब योजना के दायरे में आ गई हैं.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को बजट अनुमान पेश करते हुए योजना का विस्तार किए जाने का ऐलान किया है. इसके तहत नए वित्त वर्ष में चरणबद्ध तरीके से विस्तार करते हुए 1 जनवरी 2025 से 31 मार्च 2026 के बीच 21 साल की उम्र प्राप्त करने वाली हर पात्र बेटी को हर महीने 1500 रुपए दिए जाएंगे.
ऐसी महिलाओं की बेटियों को भी मिलेंगे 1500 रुपए
हिमाचल में अब दूसरों के घरों में काम करके अपने परिवार का गुजारा करने वाली महिलाओं को भी इस योजना का लाभ मिलेगा. ऐसी महिलाओं को 1 जून 2025 से योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा. यही नहीं इन महिलाओं की पात्र बेटियां भी 1500 रूपये प्रति माह के लिए हकदार होगीं. इसी तरह से विधवा पेंशन प्राप्त करने वाली महिलाओं की बेटियों भी इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत 1500 पाने के लिए पात्र होंगी. पहले सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत पेंशन पाने वाली विधवाओं की बेटियों को इस योजना से बाहर रखा गया था. लेकिन अब सरकार ने नियम और शर्तों में छूट दी है, जिसका लाभ हजारों महिलाओं हो होगा.
ये भी मिलेगा लाभ
हिमाचल प्रदेश में विधवा महिलाओं की बेटियों को ने केवल हर महीने 1500 रुपए मिलेंगे, बल्कि ऐसे महिलाओं की बेटियों को प्रोफेशनल कोर्स के लिए भी सरकार पूरी फीस का भुगतान करेगी. वहीं, संस्थान की ओर से स्वीकृत होस्टल फीस का खर्च भी सरकार ही उठाएगी. इसके अतिरिक्त यदि विधवा महिलाओं की बेटियां पीजी में रहना चाहती हैं तो इस स्थिति में एक वर्ष में 10 महीने के लिए 3 हजार रुपए सरकार देगी, जिसके लिए नए वित्त वर्ष के लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है.
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