देहरादून: आगामी चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड पुलिस और यातायात पुलिस ने सभी तैयारी शुरू कर दी है. चारधाम यात्रा में सुरक्षा और सुगमता के लिए आईजी गढ़वाल रेंज को चारधाम यात्रा का नोडल अधिकारी बनाया गया है. रेंज कार्यालय में 'चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम' बनाया जाएगा, जिसमें यातायात, सुरक्षा और डेटा मॉनिटरिंग समेत सभी व्यवस्थाओं की निगरानी की जाएगी.
चारधाम यात्रा मार्ग को जोन में बांटा गया: इसके साथ ही पहली बार यात्रा मार्गों को 15 सुपर जोन, 41 जोन और 137 सेक्टरों विभाजन किया गया है. हर सेक्टर में पुलिस बल की तैनाती के साथ 24x7 निगरानी की जाएगी. वहीं, चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के सुगम और सुरक्षित आवागमन कराए जाने को लेकर आईजी गढ़वाल परिक्षेत्र एवं निदेशक यातायात ने अहम जानकारियां दी.
आईजी गढ़वाल चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी नियुक्त: आईजी गढ़वाल रेंज राजीव स्वरूप को चारधाम यात्रा का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. जो यात्रा मार्गों और प्रमुख ठहराव स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, भीड़ प्रबंधन और आपदा से निपटने की तैयारियों की सीधी निगरानी एवं समन्वय करेंगे.

गढ़वाल रेंज कार्यालय में बनेगा 'चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम': गढ़वाल रेंज कार्यालय में 'चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम' बनाया जा रहा है, जिसके प्रभारी एसपी ट्रैफिक देहरादून होंगे. कंट्रोल रूम में 1 पुलिस उपाधीक्षक, 2 निरीक्षक, 4 उपनिरीक्षक और हेड कांस्टेबल/कांस्टेबल की नियुक्ति की जाएगी. यह सेल 24 घंटे कार्यरत रहेगा.
कंट्रोल रूम का ये होगा काम: इस कंट्रोल रूम में रजिस्ट्रेशन, ट्रैफिक प्रवाह, पार्किंग व्यवस्था, ड्यूटी का व्यवस्थापन, सुरक्षा व्यवस्था, यात्री आवाजाही, डेटा प्रबंधन, फर्जी रजिस्ट्रेशन पर कार्रवाई, आपदा प्रबंधन समेत अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय जैसे कार्यों के लिए विशेष डेस्क बनाया जाएगा.
'चारधाम सेल' भी होगी गठित: यह कंट्रोल रूम अगले 5 दिनों में सक्रिय हो जाएगा और वरिष्ठ अधिकारियों को यात्रा की स्थिति की प्रतिदिन अपडेट प्रदान करेगा. पुलिस मुख्यालय स्तर पर डीआईजी अपराध एवं कानून व्यवस्था धीरेंद्र गुंज्याल के नेतृत्व में एक 'चारधाम सेल' गठित की जाएगी, जो यात्रा से संबंधित सूचनाओं का संकलन और समन्वय करेगा.
चारधाम यात्रा को सुरक्षित संचालित किए जाने के लिए इस साल पूरे चारधाम यात्रा मार्ग को 15 सुपर जोन, 41 जोन और 137 सेक्टरों में बांटा गया है. हर सेक्टर का क्षेत्र 10 किमी रहेगा और इन सेक्टरों में 2-2 कांस्टेबल राउंड द क्लॉक ड्यूटी पर नियुक्त रहेंगे.

पुलिस उपाधीक्षक को बनाया गया धाम का प्रभारी: सभी यात्रा मार्गों पर 9 अपर पुलिस अधीक्षकों को रूट प्रभारी के रूप में अलग से नियुक्त किया गया है, जो अपने ड्यूटी क्षेत्र में यात्रा व्यवस्थाएं करेंगे. साथ ही हर धाम में 1-1 पुलिस उपाधीक्षक को धाम का प्रभारी बनाया गया है, जो धामों की पूरी व्यवस्थाएं करेंगे.
यात्रा के संचालन के उतरेगी पुलिस कर्मियों की फौज: पूरी यात्रा के सकुशल संचालन के लिए 24 पुलिस उपाधीक्षक, 66 निरीक्षक, 366 उपनिरीक्षक, 615 हेड कांस्टेबल, 1,222 कांस्टेबल, 208 महिला कांस्टेबल, 926 होमगार्ड, 1049 पीआरडी के जवान, 9 कंपनी पीएसी, 26 सब टीम एसडीआरएफ की नियुक्ति की गई है.
यातायात और पार्किंग प्रबंधन-
- यातायात प्रबंधन के लिए रणनीति तैयार की गई है, जिसके तहत निदेशक यातायात ने खुद और अपनी टीम के साथ यात्रा मार्गों का निरीक्षण शुरू कर दिया है. साथ ही यात्रा मार्गों पर यातायात व्यवस्था को करने के लिए ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया गया है.
- नए एक्सप्रेस-वे के शुभारंभ को देखते हुए यमुनोत्री मार्ग पर अतिरिक्त हॉल्टिंग क्षेत्रों और पार्किंग की व्यवस्था प्रशासन के साथ समन्वय से की जा रही है.
- ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप की तर्ज पर यमुनोत्री-गंगोत्री धामों के लिए विकासनगर क्षेत्र में एसपी विकासनगर के पर्यवेक्षण में यात्रियों और वाहनों का प्रबंधन किया जाएगा.
- सभी जिला प्रभारियों से फीडबैक लिया जा रहा है. यात्रा मार्गों पर यातायात और सुरक्षा व्यवस्था के लिए आवश्यक पुलिस बल का आकलन किया जा रहा है.
- एसपी विकासनगर और एसपी ऋषिकेश को विकासनगर एवं ऋषिकेश में यात्रा कैंप बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं.
- पहले सालों की तुलना में इस साल ज्यादा संख्या में पुलिस बल, एसडीआरएफ, होमगार्ड, पीआरडी और पीएसी को तैनात किया जा रहा है. कुमाऊं रेंज से अतिरिक्त बल उपलब्ध कराया जाएगा.
- नियुक्त किए जा रहे बलों को यात्रा से जुड़ी सभी प्रक्रिया की जानकारी के लिए यात्रा प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.
- चारधाम कंट्रोल रूम में एक 'वेलफेयर ऑफिसर' नियुक्त किया जाएगा, जो पुलिस बल समेत अन्य सहायक टीमों के रहने, खाने और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करेगा.
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