हिसार: हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में गर्मी अपने चरम पर पहुंच चुकी है. राजस्थान और बलूचिस्तान से आने वाली गर्म, शुष्क हवाओं ने लू की स्थिति को और गंभीर कर दिया है. चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर मदनलाल खीचड़ ने बताया कि आगामी 13 जून तक तापमान में और वृद्धि की संभावना है. इस दौरान कोई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं होगा, जिससे राहत की उम्मीद कम है.
हरियाणा में गर्मी और लू का कहर: डॉक्टर खीचड़ ने बताया कि पिछले 10 दिनों से हरियाणा में मानसून की गतिविधियों पर ब्रेक लगा हुआ है. हरियाणा में 20 जून के आसपास प्री-मानसून गतिविधियां शुरू हो सकती हैं, जबकि जून के आखिरी सप्ताह में मानसून दस्तक दे सकता है. उन्होंने किसानों को सलाह दी कि अत्यधिक गर्मी को देखते हुए सुबह और शाम के समय ही खेतों में काम करें. सब्जियों की फसलों में नियमित सिंचाई सुनिश्चित करें ताकि गर्मी से नुकसान कम हो.
WEATHER WARNING AND RAINFALL MAP #PUNJAB #HARYANA DATED 10-06-2025 pic.twitter.com/00Vg8amqXY
— IMD Chandigarh (@IMD_Chandigarh) June 10, 2025
दिल्ली-एनसीआर में गर्मी का प्रकोप जारी: हरियाणा के साथ-साथ दिल्ली-एनसीआर में भी गर्मी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. मौसम विशेषज्ञ डॉक्टर चंद्र मोहन ने बताया कि थार मरुस्थल और बलूचिस्तान से आने वाली शुष्क हवाओं ने वातावरण की नमी को पूरी तरह सोख लिया है. सुबह से शाम तक सूरज की तपिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है. भारतीय मौसम विभाग ने इस क्षेत्र के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जो गंभीर मौसम परिस्थितियों की ओर इशारा करता है.
हरियाणा का तापमान: बीते 24 घंटों में हरियाणा का अधिकतम तापमान सिरसा में 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. ये सामान्य से 4.9 डिग्री ज्यादा है. हरियाणा के सभी जिलों का अधिकतम तापमान 42 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है. जिसके चलते हरियाणा में लू का कहर जारी है. डॉक्टर चंद्र मोहन ने बताया कि ज्येष्ठ मास के अंत में गर्मी अपने चरम पर है. नौतपा के दौरान मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहा, लेकिन अब तापमान लगातार बढ़ रहा है. सूर्य की तीखी किरणें और शुष्क हवाएं लू को और प्रचंड बना रही हैं.
आगामी मौसम का पूर्वानुमान: डॉक्टर चंद्र मोहन के अनुसार, अगले तीन-चार दिनों तक हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर में गर्मी और लू से राहत मिलने की संभावना नहीं है. हालांकि, 14-16 जून के बीच पहला पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे तेज हवाएं, अंधड़ और कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है. इसके बाद 18 जून को एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में बदलाव आएगा. इस दौरान 18-23 जून के बीच तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश की संभावना है, जो गर्मी से कुछ राहत दे सकती है.
Observed #Maximum #Temperature over #Punjab, #Haryana & #Chandigarh dated 10-06-2025 pic.twitter.com/zWW1AGIiNG
— IMD Chandigarh (@IMD_Chandigarh) June 10, 2025
हरियाणा में मानसून कब आएगा? मानसून की प्रगति के बारे में बताते हुए डॉक्टर चंद्र मोहन ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में 12 और 14 जून को बनने वाले चक्रवाती परिसंचरण से मानसून को नई गति मिलेगी. इसके प्रभाव से मानसून पश्चिमी तट, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड और पूर्वी मध्य प्रदेश तक पहुंचेगा. पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी मानसून की शुरुआती गतिविधियां देखी जाएंगी. इस प्रगति से उत्तर भारत में गर्मी और लू की स्थिति में कमी आएगी.
हरियाणा में मानसून समय से पहले आ सकता है: हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में मानसून अपने निर्धारित समय से पहले पहुंच सकता है. मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि जून के अंत तक हरियाणा में मानसून की बारिश से क्षेत्र को गर्मी से राहत मिलेगी. तेज हवाओं, अंधड़ और हल्की बारिश से तापमान में गिरावट आएगी, जिससे आम जनजीवन को सुकून मिलेगा. फिलहाल किसानों और आम नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे गर्मी और लू से बचने के लिए सावधानी बरतें. पर्याप्त पानी पीएं, हल्के कपड़े पहनें और दोपहर के समय बाहर निकलने से बचें. मौसम विभाग ने भी लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.