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अस्पताल की मनमानी नहीं होगी बर्दाश्त, मैं पहले मरीज के लिए स्वास्थ्य मंत्री हूं: इरफान अंसारी - HEALTH MINISTER REACH HOSPITAL

स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने देवघर पहुंचकर एक निजी अस्पताल का निरीक्षण किया. उन्होंने एक जांच कमेटी गठित की है.

health Minister Irfan Ansari
मैं पहले मरीज के लिए स्वास्थ्य मंत्री हूं: इरफान अंसारी (Etv bharat)
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Published : April 6, 2025 at 1:38 PM IST

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देवघर: इलाज के दौरान एक मरीज की मौत होने जाने के बाद स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी देवघर पहुंचे. दरअसल घटना एक निजी अस्पताल की है. जैसे ही स्वास्थ्य मंत्री को पता चला कि मरीज की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने डेड बॉडी परिजनों को नहीं सौंपी है. वैसी ही स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने मामले में दखल दिया. उन्होंने निजी अस्पताल का निरीक्षण करके एक कमेटी गठित की है. स्वास्थ्य मंत्री कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद कोई एक्शन लेंगे.

घटना पर गठित की गई है कमेटी मंत्री इरफान अंसारी

स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल प्रबंधक डॉक्टर संजय कुमार से सारे मामले की जानकारी ली. प्रबंधक से जानकारी लेने के बाद स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि जिस घटना को लेकर वो अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे थे. उस घटना की जांच के लिए सिविल सर्जन के नेतृत्व में एक कमेटी गठित की गई है. यह कमेटी दो दिन के अंदर जांच रिपोर्ट देगी जिसके आने के बाद नियम संगत कार्रवाई की जाएगी.

इरफान अंसारी का बयान (Etv bharat)

अस्पताल प्रबंधन ने रखा मंत्री के सामने अपना पक्ष

वहीं अस्पताल के प्रबंधक डॉक्टर संजय कुमार ने बताया कि 1 अप्रैल को कन्हैया कुमार कापड़ी नाम के मरीज को सड़क हादसे में घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन तीन दिनों तक इलाज होने के बाद भी मरीज को नहीं बचाया. मरीज की 4 अप्रैल को मौत हो गई. निजी अस्पताल के प्रबंधक डॉ. संजय कुमार ने बताया कि इलाज के दौरान लगभग 45 हजार रुपए का बिल बना था. लेकिन मरीज के परिजन पैसे देने में सक्षम नहीं थे. इसीलिए मरीज की तरफ से महज 10 हजार रुपए दिए गए. अस्पताल मैनेजर ने 10 हजार रुपये लेकर शव परिजनों को सौंप दिया.

जांच में लापरवाही मिली तो होगी सख्त कार्रवाई: स्वास्थ्य मंत्री

निरीक्षण करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यदि किसी भी मरीज के साथ लापरवाही बरती गई या फिर उन्हें पैसे देने के लिए बाध्य किया गया तो निश्चित रूप से अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि वह स्वास्थ्य मंत्री पहले मरीज के लिए है. उसके बाद किसी भी अस्पताल अस्पताल के प्रबंधन के लिए है. मरीज की सुविधा के लिए वह किसी भी अस्पताल को बंद करवा सकते हैं और जरूरत पड़ने पर किसी भी अस्पताल का वह लाइसेंस कैंसिल भी करवा सकते हैं.

बता दें कि पिछले दिनों देवघर के एक निजी अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद यह आरोप लगाया गया था कि पूरा पैसा नहीं देने की वजह से अस्पताल ने डेडबॉडी परिजनों को नहीं सौंपी है. जिसकी सूचना मिलने पर खुद स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी सीधे देवघर पहुंचे और घटनाक्रम को समझा.

ये भी पढ़े: सरयू राय के विशेषाधिकार हनन नोटिस पर इरफान अंसारी का बयान, बोले- मुझे न घसीटें, तथ्य दें कार्रवाई होगी

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घटना पर गठित की गई है कमेटी मंत्री इरफान अंसारी

स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल प्रबंधक डॉक्टर संजय कुमार से सारे मामले की जानकारी ली. प्रबंधक से जानकारी लेने के बाद स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि जिस घटना को लेकर वो अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे थे. उस घटना की जांच के लिए सिविल सर्जन के नेतृत्व में एक कमेटी गठित की गई है. यह कमेटी दो दिन के अंदर जांच रिपोर्ट देगी जिसके आने के बाद नियम संगत कार्रवाई की जाएगी.

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जांच में लापरवाही मिली तो होगी सख्त कार्रवाई: स्वास्थ्य मंत्री

निरीक्षण करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यदि किसी भी मरीज के साथ लापरवाही बरती गई या फिर उन्हें पैसे देने के लिए बाध्य किया गया तो निश्चित रूप से अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि वह स्वास्थ्य मंत्री पहले मरीज के लिए है. उसके बाद किसी भी अस्पताल अस्पताल के प्रबंधन के लिए है. मरीज की सुविधा के लिए वह किसी भी अस्पताल को बंद करवा सकते हैं और जरूरत पड़ने पर किसी भी अस्पताल का वह लाइसेंस कैंसिल भी करवा सकते हैं.

बता दें कि पिछले दिनों देवघर के एक निजी अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद यह आरोप लगाया गया था कि पूरा पैसा नहीं देने की वजह से अस्पताल ने डेडबॉडी परिजनों को नहीं सौंपी है. जिसकी सूचना मिलने पर खुद स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी सीधे देवघर पहुंचे और घटनाक्रम को समझा.

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