धनबाद: झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था भले ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी बेहतर करने का दावा करते हो लेकिन धरातल में स्थिति एकदम अलग है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी अचानक जिला सदर अस्पताल पहुंचे. उन्होंने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया और सभी खामियों को दूर करने के निर्देश दिए.
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री के औचक निरीक्षण से अस्पताल प्रबंधन में खलबली मच गई. गायनी विभाग के रजिस्टर का अवलोकन किया. जब स्वास्थ्य मंत्री निरीक्षण कर रहे थे तब गायनी विभाग के डॉक्टर ड्यूटी से गायब मिले. उन्होंने शौचालय के सामने महिला मरीज को बेड देने पर अस्पताल प्रबंधक को फटकार लगाई.
अस्पताल की लचर व्यवस्था को देख भड़के मंत्री
अस्पताल में कार्यरत 26 डॉक्टर में 2 से 3 डॉक्टर ही ड्यूटी पर उपस्थित पाए गये. इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने सिविल सर्जन को सभी की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने अस्पताल के नदारद डॉक्टरों पर निजी अस्पताल संचालन करने का आरोप लगाया और अस्पताल की व्यवस्था बिगाड़ने के लिए गायब चिकित्सकों को जिम्मेदार ठहराया. सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था को देखकर मौके पर स्वास्थ्य मंत्री भड़क उठे. उन्होंने मौके पर ही सिविल सर्जन को फटकार लगाते हुए कार्यशैली में सुधार करने के निर्देश दिए.
गायब डॉक्टरों के खिलफ होगी सख्त कार्रवाई
वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सदर अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधा बहुत खराब है, निरीक्षण में खामियां मिली है. वह खुद स्वास्थ्य मंत्री हैं लेकिन उन्होंने स्वीकार किया है कि सदर अस्पताल में व्यवस्था अच्छी नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री ने समय रहते अनुभवी सिविल सर्जन को कार्यशैली ठीक करने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान उन्होंने नदारद रहने वाले सभी डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो डॉक्टर निजी अस्पतालों का संचालन कर रहे हैं, उन सभी का तबादला करेंगे. क्योंकि स्वास्थ्य सेवा में किसी भी प्रकार की कोताही को बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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