पलामू: पलामू के मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल के बगल में फर्जी अस्पताल का संचालन किया जा रहा था. अस्पताल के पास कोई भी डॉक्यूमेंट नहीं थे, ना ही किसी प्रकार का कोई लाइसेंस था. हैरानी की बात तो यह है कि यहां मरीजों का ऑपरेशन भी किया जा रहा था. अस्पताल के बोर्ड पर कई डॉक्टरों के नाम लिखे हुए हैं लेकिन कोई भी डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं था.
कार्रवाई में नहीं मिले वैध कागजात
दरअसल पलामू के सदर एसडीएम सुलोचना मीणा के नेतृत्व में एक टीम ने सूचना के आधार पर मेडिकल कॉलेज के बगल में संचालित एक निजी अस्पताल पर छापेमारी की. इस छापेमारी में निजी अस्पताल के पास किसी भी प्रकार के वैध दस्तावेज नहीं थे, जबकि अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीज भर्ती थे. अस्पताल में 8 मरीज का ऑपरेशन भी हो चुका था.
कार्रवाई के बाद सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार सिंह ने पूरे मामले में फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद मौके से अस्पताल के 2 कर्मियों को हिरासत में लिया है. जबकि पूरे अस्पताल को सील कर दिया गया है.
50 मीटर की दूरी पर हो रहा था अवैध अस्पताल का संचालन
अस्पताल के मरीजों को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में शिफ्ट किया गया है. हालांकि मरीजों को शिफ्ट करने के दौरान सर्जरी करवाने वाली महिलाओं को पैदल ही मेडिकल कॉलेज जाना पड़ा. जिस जगह पर फर्जी अस्पताल का संचालन हो रहा था, उसी जगह से मात्र 50 मीटर की दूरी पर मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल मौजूद है.
'यह सूचना मिल रही थी कि मेडिकल कॉलेज से मरीजों को भगाकर लोग ले जा रहे हैं. इसके साथ ही यह भी सूचना मिल रही थी कि वहां अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड का संचालन हो रहा है. पूरे मामले में जांच की गई तो शिकायत को सही पाया गया. जांच के दौरान यह पाया गया कि उनके पास कोई भी कागजात नहीं है. कोई डिग्री नहीं है. कुछ ऑपरेशन वाले मरीज भर्ती थे. पूछने पर किसी ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया': डॉ. अनिल कुमार सिंह, सिविल सर्जन
यह भी पढ़े: HMPV को लेकर कोडरमा स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, संक्रमण के खतरे को देखते हुए सिविल सर्जन ने दी यह सलाह
खूंटी रेफरल अस्पताल से डॉक्टर नदारद, गायब चिकित्सक को शोकॉज करेंगे सीएस