फरीदाबाद: फरीदाबाद समेत सभी जगह स्कूलों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऐसे में कई स्कूल ऐसे भी हैं, जिनमें अभिभावक चाहते हैं कि उनके बच्चों का एडमिशन हो, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर होने की वजह से उन बच्चों का उस स्कूलों में नामांकन नहीं हो पता है, लेकिन शिक्षा पर अधिकार सबका है. ऐसे में कुछ जरूरी नियम है जो अभिभावकों को जानना चाहिए, ताकि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल पाए.
जागरूकता बेहद जरूरी: इसके अलावा लगातार निजी स्कूलों की हो रही मनमानी भी अभिभावक चुपचाप सह लेते हैं, क्योंकि उनको अपने बच्चों की भविष्य की चिंता रहती है. लेकिन थोड़ी सी जागरूकता और सरकार द्वारा बनाए गए नियम के तहत अब अभिभावकों को ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा.आप जब भी अपने बच्चों का किसी स्कूल में एडमिशन करवाते हैं, तो नामांकन के समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
स्कूल प्रशासन से खुलकर करें बातचीत: सबसे पहले जिस स्कूल में आप अपने बच्चे का एडमिशन करवाना चाहते हैं, उस स्कूल के बारे में आप पूरी तरह से जानकारी हासिल कर लें. जैसे कि वो स्कूल सरकार से मान्यता प्राप्त स्कूल है कि नहीं. वहीं एडमिशन से पहले स्कूल का वातावरण, स्कूल का स्टाफ, शिक्षक एवं सभी महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में स्कूल प्रशासन से खुलकर बात करें. इसके अलावा स्कूल के माहौल के बारे में भी पूरी तरह से जांच पड़ताल कर लें. कहीं ऐसा ना हो कि एडमिशन के बाद आपको किसी भी तरह का कोई पछतावा हो. ऐसे में स्कूल के माहौल के बारे में पूरी तरह से जांच पड़ताल कर लें.
शुल्क संबंधी जानकारी जरूरी: वहीं, जिस स्कूल में बच्चों का एडमिशन करवा रहे हैं, वहां का प्रवेश शुल्क, मासिक शुल्क एवं अन्य सभी शुल्कों की जानकारी प्राप्त कर लें. इसके अलावा शुल्क भुगतान की प्रक्रिया और सीमा भी जरूर जान लें ताकि आपको किसी भी तरह का शुल्क जमा करते समय कोई एक्स्ट्रा चार्ज ना देना पड़े. स्कूल के अनुशासन और नियम के बारे में भी आप जानकारी प्राप्त करें. इसके अलावा स्कूल द्वारा छात्रों के लिए ड्रेस कोड उपस्थिति और समय की पाबंदी के बारे में भी आप जरूर जानकारी प्राप्त कर लें. स्कूल की परिवहन व्यवस्था के बारे में भी आप जरूर जानकारी प्राप्त कर लें, ताकि यदि आपके बच्चे को किसी भी तरह से परिवहन सुविधा की जरूरत हो तो इस सुविधा का आप लाभ उठा सकें. वहीं स्कूल में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में भी जरूर जानकारी प्राप्त कर लें.
सरकार के इस प्रवाधान का उठा सकते हैं लाभ: सरकार की ओर से प्रावधान किया गया है कि किसी बड़े से बड़े प्राइवेट स्कूलों में गरीब बच्चों का मुफ्त में नामांकन किया जाएगा. उसे पढ़ाया जाएगा, जिसका फायदा गरीब परिवार के लोग उठा सकते हैं. इसके लिए कुछ जरूरी दस्तावेज की जरूरत पड़ेगी. इसके माध्यम से गरीब परिवार अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ा सकते हैं. इसके अलावा अभिभावकों को स्कूल द्वारा स्कूल से ही बुक और ड्रेस कोड लेने के लिए फोर्स किया जाता है. या फि किसी खास दुकान में ही जाकर खरीदने की सलाह दी जाती है. अगर कोई स्कूल ऐसा करता है तो उसके खिलाफ आप शिक्षा बोर्ड से शिकायत कर सकते हैं. इसके अलावा सरकार द्वारा बनाए गए रूल रेगुलेशन का पालन निजी स्कूल नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.
कार्रवाई का है प्रावधान: इस बारे में फरीदाबाद के डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर अजीत सिंह ने बताया कि "अगर कोई भी प्राइवेट स्कूल मनमानी ढंग से पैसे वसूल रहा है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं अगर कोई भी स्कूल अभिभावकों को किसी खास दुकान या फिर अपने स्कूल से स्कूल ड्रेस और किताबें लेने के लिए मजबूर करता है, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही अगर जिले में कहीं भी कोई बिना मान्यता प्राप्त स्कूल चलाया जा रहा है तो उसके खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी. स्कूलों को बंद किया जाएगा. अगर कोई भी प्राइवेट स्कूल सरकार द्वारा बनाए गए. रूल रेगुलेशन को फॉलो नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जरूरत पड़ी तो स्कूल को बंद भी कर दिया जाएगा. इसके अलावा सरकारी स्कूलों में दाखिले को ज्यादा बढ़ाने के लिए 23 मार्च से 30 अप्रैल तक जिला स्तर पर प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों का दाखिला हो सके."