चरखी दादरी: हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी 32 सूत्रीय मांगों को लेकर फिर से हड़ताल पर जा सकते हैं. अपनी मांगों को लेकर दादरी बस स्टैंड पर जारी सांकेतिक भूख हड़ताल के दूसरे दिन बुधवार को कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार को सीधे रूप से अल्टीमेटम दिया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे. इस बार उनका आंदोलन आर-पार का होगा और जरूरत पड़ने पर फिर से रोडवेज बसों का चक्का जाम कर दिया जाएगा. इस दौरान कर्मचारी संगठनों में सहमति बनी की आगामी 8 जून को परिवहन मंत्री के निवास का घेराव किया जायेगा.
कर्मचारियों की प्रमुख मांगेंः
- इलेक्ट्रिक बसों को रोका जाए.
- निजी बसों को परमिट नहीं दिया जाए.
- रोडवेज में निजीकरण की प्रथा पर रोक लगे.
- रोडवेज बेड़े में 10 हजार साधारण बसें शामिल किया जाए.
- कच्चे (अस्थाई) कर्मचारियों को पक्का (परमानेंट) किया जाए.
32 सूत्री मांगों को लेकर रोडवेज के कर्मचारी एकजुट: कर्मचारियों ने कहा कि बार-बार आला अधिकारियों के साथ बैठक में सरकार की ओर से मांग पूरी करने के बारे में बात की गई. लेकिन मांगें पूरी नहीं हुई. मांगें पूरी नहीं होने से कर्मचारियों में काफी गुस्सा है. इस बार वे आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे. कर्मचारी नेता नरेंद्र दिनोद ने कहा कि "किसी भी सूरत में कर्मचारियों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे और अपनी 32 सूत्री मांगों को लेकर रोडवेज के कर्मचारी एकजुट हैं."
मांगे नहीं मानी तो बसों का फिर से करेंगे चक्का जाम: कर्मचारी नेता नरेंद्र दिनोद ने कहा कि "संगठन की ओर से निर्णय लिया गया है कि 8 जून को परिवहन मंत्री के निवास का घेराव करेंगे और उसी दिन रोडवेज सांझा मोर्चा की कार्यकारिणी मीटिंग बुलाकर बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी. अगर जरूरत पड़ी तो कर्मचारी फिर से रोडवेज बसों का चक्का जाम करते हुए हड़ताल पर जा सकते हैं."