भिवानीः हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन की राज्यस्तरीय बैठक भिवानी में आयोजित की गई. बैठक के दौरान राज्य में शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा हुई. इस दौरान शिक्षकों ने गर्मियों की छुट्टियों में एफएलएन कैंप लगाए जाने का विरोध किया. शिक्षक नेताओं ने कहा कि हमें कैंप से विरोध नहीं है. इसके टाइमिंग से परेशानी है. शिक्षकों को अपने कई पारिवारिक और व्यक्तिगत कार्य होते हैं, जिन्हें वे गर्मियों की छुट्टी के लिए शेड्यूल करके रखते हैं. ऐसे में ट्रेनिंग होने से शिक्षकों को समस्याएं होती हैं. शिक्षा विभाग गर्मी की छुट्टियों के बाद कभी भी ट्रेनिंग रखे. यदि छुट्टियों में सेमिनार लगाए गए तो हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन द्वारा बहिष्कार किया जायेगा. शिक्षकों ने कहा कि संगठन मौलिक शिक्षा विभाग और हरियाणा सरकार से मांग करता है कि प्राइमरी टीचर्स के सेमिनार ग्रीष्मकालीन छुट्टियों में ना लगाई जाए.
शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य न थोपे जाएंः बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के राज्य प्रधान हरिओम राठी ने की. राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगबीर कासनिया ने बताया कि संगठन का मुख्य एजेंडा शिक्षकों की समस्याओं का निपटारा और मांगों के लिए रूपरेखा तैयार करना था. इस पर सरकार से जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई की मांग की जायेगी. उन्होंने कहा कि टीचर्स के ऊपर अनावश्यक कार्य न थोपे जाएं. शिक्षकों की नियुक्ति कक्षा के लिए हुई है. छात्र और अभिभावक दोनों शिक्षकों को कक्षाओं में देखना चाहते हैं. ऐसे में शिक्षक अगर कक्षा में नहीं होते हैं तो पढ़ाई बाधित होती है और बच्चों का पलायन प्राइवेट स्कूलों की तरफ होने लगता है.
सरकार जल्द शिक्षकों का तबादला करेः शिक्षक संघ के नेताओं ने कहा कि 8 साल पहले शिक्षकों का तबादला किया गया था. इसके बाद से शिक्षक जहां हैं, वहीं पड़े हुए हैं. जरूरत के हिसाब से शिक्षकों का तबादला जल्द किया जाए. सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि नई तबादला नीति बन गई है. लेकिन इतने सालों में कोई तबादला नहीं हुआ है. इससे शिक्षकों में निराशा है. इस दौरान शिक्षकों ने नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षक और छात्रों का अनुपात 1ः30 की जगह 1ः25 करने की मांग की.
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