चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने प्रदेश के उन एक लाख से अधिक युवाओं को बड़ी राहत दी है, जो शिक्षक बनने के इच्छुक हैं. प्रदेश सरकार ने इनकी सबसे बड़ी चिंता हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (HTET) को उम्र भर के लिए मान्य कर दिया है. इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं.
2 साल पहले की घोषणा अब लागू
हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटीईटी) उम्र भर के लिए मान्य करने की घोषणा हरियाणा सरकार द्वारा करीब 2 वर्ष पहले की गई थी. लेकिन इसे अमलीजामा प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आज पहनाया गया है. दरअसल, हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा पास करने के बाद ही जेबीटी व बीएड कर चुके युवा सरकारी स्कूल में शिक्षक बनने की योग्यता पूरी करते हैं. एचटीईटी टेस्ट का अर्थ यह है कि इसे पास करने वाले युवा/उम्मीदवार यह सत्यापित कर पाते हैं कि वह स्कूलों में छात्रों को शिक्षित करने के योग्य हैं.
यह है एचटीईटी
हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटीईटी) परीक्षा प्रदेश के युवाओं को सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने का पात्र बनाती है. इससे बाल विकास और शिक्षाशास्त्र, भाषा I और II, गणित और पर्यावरण अध्ययन समेत विभिन्न विषयों में उम्मीदवारों के ज्ञान और कौशल का आंकलन होता है.
2008 में एचटीईटी की शुरूआत
हरियाणा में एचटीईटी की शुरूआत साल 2008 में हुई और वर्ष 2009 में हरियाणा पात्र अध्यापक संघ का गठन हुआ था. एचटीईटी की वैद्यता पहले सात साल के लिए होती थी. ऐसे में सर्टिफिकेट की वैधता बढ़ाने के लिए संघ ने संघर्ष शुरू किया. सरकार के खिलाफ कई धरना प्रदर्शन और संघ के पदाधिकारियों ने आमरण अनशन तक किए. इसके बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल द्वारा इस फैसले पर मुहर लगाई गई थी. लेकिन यह लागू अब हो सका है.
2020 में हुई 7 साल की वैधता
केंद्र सरकार द्वारा जून 2020 में सीटीईटी को 7 साल तक वैध करने के बाद हरियाणा सरकार ने भी HTET की वैधता 7 साल करने पर मुहर लगाई थी. लेकिन नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने सीटीईटी की मान्यता को 7 साल के बजाय उम्रभर के लिए मान्य करने का फैसला लिया. इसके बाद हरियाणा सरकार ने भी एचटीईटी की मान्यता उम्रभर के लिए मान्य करने की घोषणा की थी.
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