रोहतक: हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने शुक्रवार को रोहतक के राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय में आयोजित शैक्षणिक दीक्षांत समारोह में कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा निजी स्वार्थ को प्राथमिकता दी और देश की मिट्टी से कभी जुड़ाव नहीं दिखाया. मंत्री ने दावा किया कि जब देश भूख और गरीबी से जूझ रहा था, तब कांग्रेस नेता ऐशो-आराम की जिंदगी जी रहे थे.
यही कारण है कि जनता ने कांग्रेस को बार-बार नकारा है. इसके विपरीत, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) हर वर्ग के कल्याण के लिए समर्पित है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में युवाओं को पारदर्शी तरीके से रोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं, जिससे प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है.
वक्फ संशोधन कानून पर बयान: महिपाल ढांडा ने वक्फ संशोधन कानून को लेकर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि कमजोर राजनीतिक इच्छाशक्ति ने देश को कई बार नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने 1947 के बंटवारे का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय 20 प्रतिशत मुस्लिम आबादी को 35 प्रतिशत जमीन आवंटित की गई थी, जिसे उन्होंने ऐतिहासिक असंतुलन का उदाहरण बताया. मंत्री ने जोर देकर कहा कि बीजेपी ऐसी नीतियों को ठीक करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो देश के हित में हों.
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार: शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए ढांडा ने कहा कि सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों के लिए पिछले ढाई महीनों में पर्याप्त बजट आवंटित किया है. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी स्थिति में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए. अगर कहीं कोई कमी रहती है, तो उसे तुरंत पूरा किया जाएगा. उन्होंने गैर-मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद करने के सवाल पर कहा कि ऐसे स्कूलों को नियम-कायदे पूरे करने के लिए एक दशक से अधिक समय दिया गया है. अब समय आ गया है कि शिक्षा की गुणवत्ता को और सुदृढ़ किया जाए.
स्कूलों पर सख्ती, विद्यार्थियों के हित में कदम: मंत्री ने कुछ स्कूल संचालकों की शिकायतों का भी जिक्र किया, जो विद्यार्थियों पर अपने परिसर से ही किताबें और यूनिफॉर्म खरीदने का दबाव डाल रहे हैं. उन्होंने इसे अनुचित बताते हुए कहा कि विद्यार्थी अपनी सुविधा के अनुसार कहीं से भी किताबें और ड्रेस खरीद सकते हैं. अगर इस तरह की शिकायतें मिलती हैं, तो स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति का प्रावधान नहीं है, क्योंकि विश्व के कई देशों में भी ऐसा नहीं होता. उनका मानना है कि विद्यार्थियों को हर क्षेत्र में पूर्ण प्रशिक्षण देना जरूरी है, ताकि उनका समग्र विकास हो सके.
हरियाणा में शिक्षा का नया दौर: महिपाल ढांडा ने अपने संबोधन में शिक्षा को हरियाणा के विकास का आधार बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए कटिबद्ध है. स्कूलों में बुनियादी ढांचे से लेकर शिक्षकों की गुणवत्ता तक, हर पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने विश्वास जताया कि इन प्रयासों से हरियाणा के विद्यार्थी न केवल राष्ट्रीय, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बनाएंगे.