नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर में चिकित्सा और शिक्षा लगातार महंगी होती जा रही है. प्राइवेट अस्पताल में छोटी-मोटी बीमारी का इलाज करने में भी हजारों का खर्चा जाता है. गाजियाबाद के हर्ष ईएनटी अस्पताल द्वारा 26वीं वर्षगांठ पर 111 गरीब मरीजों की नि:शुल्क कान के परदे की सर्जरी की जा रही है. 7 अप्रैल को शुरू हुआ ये नि:शुल्क कैंप 17 अप्रैल 2025 तक जारी रहेगा. वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर बी पी त्यागी के नेतृत्व में 111 गरीब मरीजों की नि:शुल्क सर्जरी की जा रही है.
गाजियाबाद के राजनगर स्थित हर्ष ईएनटी अस्पताल के अध्यक्ष और ENT सर्जन डॉ बीपी त्यागी बताते हैं कि 26 सालों से हर साल विशेष कैंप का आयोजन कर नि:शुल्क सर्जरी की जाती हैं. 1999 से फ्री कैंप के आयोजन की शुरुआत हुई थी. 1999 में जब प्रथम बार फ्री सर्जरी कैंप का आयोजन हुआ तो कुल 7 लोगों के कान का ऑपरेशन किया था. बढ़ते वक्त के साथ संख्या बढ़ती गई. 7 अप्रैल से 17 अप्रैल 2025 तक इस कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है जिसमें, 111 गरीब मरीजों की बिना किसी तरह की फीस के कान के परदे की सर्जरी की जाएगी. 11 अप्रैल 2025 तक कुल 42 गरीब लोगों की कान की सर्जरी की जा चुकी है. विशेष कैंप के दौरान नि:शुल्क कान के पर्दे बनाने का काम किया जाता है. देश के विभिन्न हिस्सों से आए डॉक्टरों द्वारा भी इस विशेष कैंप में सहयोग किया जा रहा है.
विशेष कैंप लगाकर नि:शुल्क सर्जरी: डॉ बीपी त्यागी बताते हैं कि विशेष कैंप लगाकर सर्जरी करने के पीछे मकसद गरीब लोगों को नि:शुल्क इलाज उपलब्ध कराना है. नि:शुल्क कैंप में भाग लेने के लिए मरीजों द्वारा रजिस्ट्रेशन कराया जाता है, जिसके बाद जांच की जाती है कि मरीज हकीकत में जरूरतमंद है या नहीं. पुष्टि के लिए मरीज को ग्राम प्रधान या वार्ड पार्षद के लेटरहेड पर लिखवाकर लाना होता है. संबंधित ग्राम प्रधान और वार्ड पार्षदों से संपर्क कर पुष्टि की जाती है.
नि:शुल्क ऑपरेशन कैंपेन में डॉ. गरिमा भोला द्वारा भी अपनी सेवाएं दी जा रही है. डॉ. गरिमा का कहना है, "खुद को बहुत ही सौभाग्यशाली मानती हूं कि समाज सेवा करने का अवसर मिल रहा है. बीते तीन सालों से हर्ष ENT अस्पताल में स्पेशल कैंप में शामिल होकर सर्जरी करती हूं. मेरे द्वारा कोई फीस नहीं ली जाती है."
फ्री आपरेशन कैंप में अपनी सेवाएं दे रहे डॉ. नितिन चौधरी का कहना है, "नि:शुल्क कैंप में मदद करने के लिए आया हूं. समाज सेवा की इस पहल का हिस्सा बनने का अवसर मिला है. जब भी अपना अस्पताल खोलूंगा तो इस तरह के नि:शुल्क सर्जरी कैंप का आयोजन जरूर करूंगा ताकि गरीब लोगों को भी लाभ मिल सके."
नि:शुल्क ऑपरेशन से फायदा: गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके के रहने वाली भावना ने बताया, "अपने भाई और बहन के कान का ऑपरेशन करवाने आई हूं. फ्री सर्जरी कैंप के बारे में जानकारी मिली थी. भाई और बहन का नि:शुल्क ऑपरेशन हो चुका है. बहन बचपन से ही सुन नहीं पाती थी और भाई को भी ऊंचा सुनाई देता था. भाई के ऑपरेशन का करीब 70 हजार और बहन के ऑपरेशन का करीब 90 हजार रुपए खर्चा बताया गया था. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. नि:शुल्क ऑपरेशन हुआ है सिर्फ दवाई का खर्चा दिया है."
मेरठ की रहने वाली प्रकाशी ने बताया, "बहू का गले का ऑपरेशन होना था. ऑपरेशन करने के लिए ब्याज पर पैसे लेकर आए थे. यहां आकर पता चला कि फ्री कैंप के तहत गरीबों का नि:शुल्क ऑपरेशन किया जा रहा है. हमने अस्पताल में बातचीत की तो हमसे कुछ जानकारी मांगी गई. जिसके बाद बहू का नि:शुल्क ऑपरेशन किया गया है."
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