उत्तरकाशी: शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से गंगा सम्मान यात्रा पर निकले पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले दो चुनाव फरेब और झूठ के बल पर जीता है. चुनाव में कोई सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय एजेंडा नहीं रहा. बल्कि केंद्र से लेकर प्रदेश तक धुव्रीकरण की राजनीति की जा रही है. इसलिए राजनीति की गंगा को भी भारतीय जनता पार्टी ने दूषित कर दिया है.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से गंगा सम्मान यात्रा शुरू की. वहां पर विधिविधान से पूजा पाठ के बाद उन्होंने हर्षिल घाटी के लोगों से वार्ता की. इसके साथ ही उत्तरकाशी तक गंगा किनारे रहने वाले लोगों से जनसंवाद भी किया. उत्तरकाशी जनपद मुख्यालय में मुखबा गांव से वापस लौटे हरीश रावत ने एक पत्रकार वार्ता की.
हरीश रावत ने कहा कि, गंगा हमारे लिए धार्मिक, जल संग्रहण, आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है. प्रदेश में इसके किनारों पर बाहरी ताकतें आकर अतिक्रमण कर रही हैं. यही कारण है कि गंगा का परिवेश प्रभावित हो रहा है. यह भविष्य के लिए बहुत बड़ा खतरा है. लेकिन प्रदेश सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है.
वहीं दूसरी ओर गंगा किनारे जो निर्माण हो रहे हैं. उनमें मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है. पेड़ों का अवैध पातन हो रहा है. वहीं आज अपनी जमीन पर स्थानीय लोग चौकीदार बन कर रह गए हैं. इसलिए इसके लिए ठोस कानून बनना आवश्यक है. हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार बुरी तरह फेल हो चुकी है. भाजपा ने मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जुम्मे के अवकाश का झूठ फैलाया. क्योंकि आज तक वह इस चीज को साबित नहीं कर पाए हैं.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में नेम चेंज पॉलिटिक्स, हरीश रावत बोले- कहां-कहां क्या-क्या बदलोगे?