धनबाद: आईआईटी (आईएसएम) में हैकफेस्ट 2025 का उद्घाटन पेनमैंन हॉल में किया गया. आईआईटी (आईएसएम) के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. देशभर के प्रतिष्ठित आईआईटी और शैक्षणिक संस्थानों से आई 125 से अधिक टीमें हैकफेस्ट में शामिल हुईं. यह हैकफेस्ट 4 से 6 अप्रैल 2025 तक डीन, नवाचार, इनक्यूबेशन और उद्यमिता कार्यालय (IIE) द्वारा आयोजित किया गया है. निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने हेकफेस्ट में शामिल तकनीकी विशेषज्ञों और छात्रों को प्रोत्साहित किया.
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाली टीमें आगामी 36 घंटों तक अत्याधुनिक समस्याओं के बिंदुओं पर गहन कार्य करेंगी. प्रो. आलोक दास, डीन IIE ने बताया कि चुनौतियों में एआई-संचालित स्वायत्त सीमा निगरानी प्रणाली से लेकर टिकट बिक्री, ट्रैकिंग और इवेंट एनालिटिक्स के लिए मोबाइल ऐप विकसित करने जैसी परियोजनाएं शामिल हैं. अन्य प्रमुख चुनौतियों में विकेंद्रीकृत मध्यस्थता प्रणालियां, एआई-संचालित बहु-चैनल भावना विश्लेषण, रियल-टाइम प्रश्नोत्तर सहायक और इंटरेक्टिव गेमिंग ऐप्लिकेशन जैसे HectoClash भी शामिल हैं.

प्रो. सौरभ श्रीवास्तव, फैकल्टी कोऑर्डिनेटर ने हैकाथॉन के महत्व को बताया. उन्होंने कहा कि 1 लाख की कुल पुरस्कार राशि और आकर्षक गिफ्ट्स के लिए हैकफेस्ट केवल एक प्रतियोगिता नहीं है, यह एक अवसर है जहां प्रतिभाशाली युवा शीर्ष कंपनियों द्वारा पहचाने जाते हैं और कई प्रतिभागियों को उनके प्रोजेक्ट्स के आधार पर इंटर्नशिप के मौके भी दिए जा रहे हैं.
रमेश प्रसाद, टेक्निकल ऑफिसर, नरेश वशिष्ठ टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन सेंटर ने कहा कि हैकफेस्ट का उद्देश्य उद्यमिता और वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने की संस्कृति को प्रोत्साहित करना है. यह कार्यक्रम तकनीकी सीमाओं को आगे बढ़ाने और वास्तविक प्रभाव वाले सामान बनाने के बारे में है. उन्होंने कहा कि अब तक इस कार्यक्रम के लिए 650 से अधिक छात्र पंजीकरण करा चुके हैं, जिनमें से 250 अन्य संस्थानों से हैं जो इसकी बढ़ती राष्ट्रीय लोकप्रियता को दर्शाता है.
वहीं निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि आईएसएम के इंटरनल छात्र के साथ ही देश के अन्य आईआईटी से भी छात्र इस हेकफेस्ट में शामिल हुए हैं. यह एक प्रतियोगिता है. इंडस्ट्री में आने वाली समस्याओं के समाधान को लेकर हेकफेस्ट में शामिल छात्र नवाचार के लिए 36 घंटे लगेंगे. छात्रों ने अब तक जो अध्ययन किया है,उसके आधार पर इन्हें इंडस्ट्री में आने वाली समस्याओं का समाधान निकालना है.
वहीं डिप्टी डायरेक्टर प्रो धीरज कुमार ने कहा कि हेकफेस्ट में शामिल होने वाले बच्चों के लिए हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई गई है.
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