ग्वालियर: दुनिया के कई देशों में 5 साल पहले कोहराम मचाने के बाद फिर कोरोना महामारी नए वेरिएंट के साथ पैर पसार रही है. भारत भी अब इससे अछूता नहीं है. पूरे भारत में 4 हजार से ज्यादा कोविड के पॉजिटिव केस सामने आए हैं. जिनमें अलग अलग राज्यों में 1 जनवरी से अब तक 37 मरीजों की मौत भी हो चुकी है. मध्य प्रदेश में भी एक्टिव केस की संख्या 21 है, जिसमें अब ग्वालियर भी पहले मरीज के साथ शामिल हो चुका है. सोमवार रात ग्वालियर के हरिशंकरपुरम इलाके के श्रीराम कॉलोनी में पहला कोरोना मरीज मिला है, जिसे स्वास्थ्य विभाग ने होम क्वारंटाइन कर दिया है.
हाल ही में मुंबई से लौटा था मरीज
मामले की जानकारी देते हुए ग्वालियर सीएमएचओ डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि "उन्हें रात में एक प्राइवेट डॉक्टर से सूचना मिली थी कि उनके यहां का एक मरीज कोरोना पॉजिटिव आया है. हालांकि 53 वर्षीय मरीज को किसी प्रकार की कोई समस्या अब तक नहीं है. जब उनकी हिस्ट्री पता की गई तो जानकारी लगी कि हाल ही में वह मरीज मुंबई से लौटकर ग्वालियर आया था. एहतियातन स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोविड पॉजिटिव मिले मरीज को होम आइसोलेट किया है."
परिवार के सभी सदस्यों के भेजे गए सैंपल
सीएमएचओ ने बताया कि "पॉजिटिव मिले अधेड़ शख्स की कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट अभी एक प्राइवेट पैथोलॉजी लैब से आई थी. ऐसे में उनका सैंपल टेस्टिंग के लिए अब गवर्नमेंट लैब में भी पहुंचाया गया है. साथ ही उनके घर में मौजूद सभी सदस्यों के भी सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजे गए हैं." बता दें कि जब मरीज मुंबई से ग्वालियर आया तो उसे तबीयत कुछ ठीक नहीं लगी. ऐसे में वह एक निजी क्लीनिक में इलाज के लिए गया था. जहां उसका कोविड टेस्ट कराया गया और जब उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो संबंधित डॉ. ने इसकी जानकारी ग्वालियर सीएमएचओ को भी दी.

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अस्पतालों में बनाये जा रहे आइसोलेशन वार्ड
डॉ. सचिन श्रीवास्तव के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग अब इन परिस्थितियों से निपटने को तैयार है. ग्वालियर के जिला सरकारी अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. मेडिकल कॉलेज में भी आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं. हालांकि उनका कहना है कि "फिलहाल मरीज स्थिर है. यदि उसमें किसी तरह के सिम्पटम्स नजर आएंगे तो उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ेगा और अगर वह एसिम्प्टोमैटिक हुआ, उसमें कोई लक्षण नहीं आए और किसी तरह की उसे परेशानी नहीं हुई तो उसे होम आइसोलेशन में ही रखा जाएगा."