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डोटासरा का सीएम भजनलाल पर तंज, बोले- सरकारी खर्च पर देव दर्शन यात्रा करें, लेकिन काम भी तो करें - DOTASARA ON BHAJANLAL GOVT

डोटासरा ने भाजपा सरकार पर कांग्रेस योजनाएं बंद करने, गलत परिसीमन, चुनाव टालने और पेयजल-साक्षरता संकट जैसे मुद्दों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (ETV Bharat File Photo)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : April 14, 2025 at 9:35 PM IST

4 Min Read

अजमेर: पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भजनलाल शर्मा सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में भाजपा सरकार के पास कांग्रेस को गाली देने और कांग्रेस की जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद करने के अलावा कोई ठोस एजेंडा नहीं है.

डोटासरा ने कहा कि जब कांग्रेस सरकार थी, तब भाजपा के नेता जन स्वास्थ्य योजना में घोटालों का आरोप लगाते थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद न तो "मगरमच्छ" पकड़ पाए, और न ही "मच्छर". उन्होंने नगर निकाय और ग्राम पंचायत क्षेत्रों में वार्डों के परिसीमन को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा. उनका आरोप है कि यह परिसीमन राजनीतिक दुर्भावना के साथ किया जा रहा है, जिसमें नियमों की अनदेखी हो रही है. जयपुर से पाली जाते समय डोटासरा देर शाम अशोक उद्यान के पास हाइवे पर रुके, जहां स्थानीय कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. इस दौरान प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली भी उनके साथ मौजूद थे.

इसे भी पढ़ें- मंत्री जोगाराम का पलटवार, बोले- डोटासरा का बयान हताशा, निराशा और कांग्रेस की अंतर्कलह को दर्शाने वाला

पंचायत चुनाव पर सवाल: डोटासरा ने आरोप लगाया कि परिसीमन का जिम्मा ऐसे नेताओं को सौंपा गया है जो चुनाव हार चुके हैं, जैसे राजेंद्र सिंह राठौड़, अरुण चतुर्वेदी और घनश्याम तिवाड़ी. उन्होंने कहा कि ये भाजपा नेता अधिकारियों को धमकाते हैं और सीएम कार्यालय में बैठकर उन्हें फोन करके जिला कलेक्टरों पर दबाव डालते हैं, जिससे प्रक्रिया को गलत तरीके से प्रभावित किया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि नगर निकायों में चेयरमैन और पार्षदों का कार्यकाल नवंबर में समाप्त हो चुका है. ग्राम पंचायतों में भी सरपंचों का कार्यकाल पूरा हो चुका है, लेकिन अब तक चुनाव नहीं कराए गए हैं. भाजपा सरकार "एक राज्य, एक चुनाव" की बात कर रही है, लेकिन न तो इसके लिए कोई समिति बनाई गई है और न ही विधानसभा में कोई कानून पारित हुआ है.

डोटासरा ने सवाल उठाया कि जब संविधान के अनुसार हर पांच वर्ष में चुनाव करवाना अनिवार्य है, तो भाजपा सरकार ने किस नियम और कानून के तहत चुनाव स्थगित कर दिए? उन्होंने कहा कि चुनाव करवाने से पहले राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर परिसीमन किया जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए घातक है. डोटासरा ने यह भी कहा कि कांग्रेस इन सभी मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी और आगामी चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी.

इसे भी पढ़ें- कांग्रेस नेताओं को डोटासरा की खरी- खरी, कहा- गाड़ियों पर नेम प्लेट लगाने से काम नहीं चलेगा, पद पर रहना है तो फील्ड में खुद को झोंको

सीएम पर कसा तंज: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बयान का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वे दो बार कह चुकी हैं कि प्रदेश में पेयजल की भयावह स्थिति है और लोग प्यासे मर रहे हैं. वहीं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सरकारी खर्च पर देव दर्शन यात्रा कर रहे हैं और अपनी निजी आस्था की पूर्ति में लगे हैं. डोटासरा ने स्पष्ट किया कि किसी को सीएम की आस्था से आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें प्रदेश की समस्याओं की ओर भी ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य में पेयजल संकट गंभीर होता जा रहा है, लेकिन सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही.

डोटासरा ने आरोप लगाया कि डेढ़ साल से भाजपा सरकार केवल कांग्रेस पर आरोप लगाने और कांग्रेस की योजनाओं को बंद करने में लगी है. उन्होंने यह भी कहा कि समीक्षा के नाम पर अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों को बंद किया जा रहा है, जबकि पात्र और योग्य शिक्षक चयन के बावजूद पिछले 12 महीनों से नियुक्त नहीं किए गए हैं. मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना को भी लगभग बंद कर दिया गया है. निजी अस्पतालों को भुगतान नहीं मिलने के कारण वे मरीजों का इलाज नहीं कर पा रहे हैं. डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस इन सभी मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी और भाजपा को इसका जवाब चुनाव में मिलेगा.

इसे भी पढ़ें- क्या बोल गए डोटासरा...'दिल्ली से आई पर्ची पढ़कर ही CM देते हैं बयान'

अजमेर: पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भजनलाल शर्मा सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में भाजपा सरकार के पास कांग्रेस को गाली देने और कांग्रेस की जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद करने के अलावा कोई ठोस एजेंडा नहीं है.

डोटासरा ने कहा कि जब कांग्रेस सरकार थी, तब भाजपा के नेता जन स्वास्थ्य योजना में घोटालों का आरोप लगाते थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद न तो "मगरमच्छ" पकड़ पाए, और न ही "मच्छर". उन्होंने नगर निकाय और ग्राम पंचायत क्षेत्रों में वार्डों के परिसीमन को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा. उनका आरोप है कि यह परिसीमन राजनीतिक दुर्भावना के साथ किया जा रहा है, जिसमें नियमों की अनदेखी हो रही है. जयपुर से पाली जाते समय डोटासरा देर शाम अशोक उद्यान के पास हाइवे पर रुके, जहां स्थानीय कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. इस दौरान प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली भी उनके साथ मौजूद थे.

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पंचायत चुनाव पर सवाल: डोटासरा ने आरोप लगाया कि परिसीमन का जिम्मा ऐसे नेताओं को सौंपा गया है जो चुनाव हार चुके हैं, जैसे राजेंद्र सिंह राठौड़, अरुण चतुर्वेदी और घनश्याम तिवाड़ी. उन्होंने कहा कि ये भाजपा नेता अधिकारियों को धमकाते हैं और सीएम कार्यालय में बैठकर उन्हें फोन करके जिला कलेक्टरों पर दबाव डालते हैं, जिससे प्रक्रिया को गलत तरीके से प्रभावित किया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि नगर निकायों में चेयरमैन और पार्षदों का कार्यकाल नवंबर में समाप्त हो चुका है. ग्राम पंचायतों में भी सरपंचों का कार्यकाल पूरा हो चुका है, लेकिन अब तक चुनाव नहीं कराए गए हैं. भाजपा सरकार "एक राज्य, एक चुनाव" की बात कर रही है, लेकिन न तो इसके लिए कोई समिति बनाई गई है और न ही विधानसभा में कोई कानून पारित हुआ है.

डोटासरा ने सवाल उठाया कि जब संविधान के अनुसार हर पांच वर्ष में चुनाव करवाना अनिवार्य है, तो भाजपा सरकार ने किस नियम और कानून के तहत चुनाव स्थगित कर दिए? उन्होंने कहा कि चुनाव करवाने से पहले राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर परिसीमन किया जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए घातक है. डोटासरा ने यह भी कहा कि कांग्रेस इन सभी मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी और आगामी चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी.

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सीएम पर कसा तंज: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बयान का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वे दो बार कह चुकी हैं कि प्रदेश में पेयजल की भयावह स्थिति है और लोग प्यासे मर रहे हैं. वहीं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सरकारी खर्च पर देव दर्शन यात्रा कर रहे हैं और अपनी निजी आस्था की पूर्ति में लगे हैं. डोटासरा ने स्पष्ट किया कि किसी को सीएम की आस्था से आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें प्रदेश की समस्याओं की ओर भी ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य में पेयजल संकट गंभीर होता जा रहा है, लेकिन सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही.

डोटासरा ने आरोप लगाया कि डेढ़ साल से भाजपा सरकार केवल कांग्रेस पर आरोप लगाने और कांग्रेस की योजनाओं को बंद करने में लगी है. उन्होंने यह भी कहा कि समीक्षा के नाम पर अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों को बंद किया जा रहा है, जबकि पात्र और योग्य शिक्षक चयन के बावजूद पिछले 12 महीनों से नियुक्त नहीं किए गए हैं. मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना को भी लगभग बंद कर दिया गया है. निजी अस्पतालों को भुगतान नहीं मिलने के कारण वे मरीजों का इलाज नहीं कर पा रहे हैं. डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस इन सभी मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी और भाजपा को इसका जवाब चुनाव में मिलेगा.

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