सिरोही: राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे शुक्रवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर सिरोही पहुंचे. जिला परिषद सभागार में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए.
राज्यपाल बागडे ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिए शिक्षा की गुणवत्ता का उत्कृष्ट होना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि वे बच्चों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए कार्य करें और उन्हें तार्किक दृष्टिकोण अपनाने की शिक्षा भी दें. उन्होंने शिक्षकों से अपेक्षा जताई कि वे पाठ्यपुस्तकों तक सीमित न रहें, बल्कि विद्यार्थियों को व्यावहारिक और पुस्तक से परे का ज्ञान भी दें.

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भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के लिए निर्देश: बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए शैक्षिक गतिविधियों को रोचक बनाने की बात करते हुए उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने पर भी बल दिया, ताकि मानसिक और शारीरिक दोनों स्तरों पर बालकों का विकास हो सके. उन्होंने भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने तथा बालिकाओं को स्कूल से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग और महिला अधिकारिता विभाग के समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए.
राज्यपाल ने हरियालो राजस्थान अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि जितने पौधे लगाए जाएं, उनकी नियमित देखभाल भी सुनिश्चित की जाए. गर्मी कम करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए उन्होंने अधिकाधिक पौधारोपण करने की आवश्यकता बताई. उन्होंने छायादार व जल्दी पनपने वाले पौधों के चयन और काश्तकारों की सहभागिता सुनिश्चित करने की बात कही. राजीविका समूहों के कार्यों की सराहना करते हुए राज्यपाल ने इनके उत्पादों की मार्केटिंग बढ़ाने तथा समूहों को व्यवसाय से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता जताई. उन्होंने लागत व लाभ की जानकारी जुटाकर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी दिए.
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हर घर शौचालय योजना की समीक्षा: राज्यपाल बागडे ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा निस्तारण की प्रक्रिया की समीक्षा करते हुए कहा कि कचरे से खाद बनाकर किसानों को लाभान्वित किया जा सकता है. उन्होंने जिले में "हर घर शौचालय" योजना की समीक्षा करते हुए ग्राम सेवकों को सर्वे करवाने के निर्देश दिए. साथ ही सामुदायिक शौचालयों के निर्माण, उपयोगिता और रख-रखाव पर भी चर्चा की. सड़कों की स्थिति पर चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि जिले का कोई भी गांव सड़क से वंचित नहीं रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी योजना की सफलता तभी सार्थक है जब उससे संबंधित समस्या का पूर्ण समाधान हो.
अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश: बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत अब तक लाभान्वित हुए लोगों की जानकारी दी गई. इस पर राज्यपाल ने अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्ग के पात्र लाभार्थियों को प्राथमिकता से लाभ देने के निर्देश दिए. उन्होंने सभी विभागीय योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने की आवश्यकता जताई. बैठक के दौरान राज्यपाल ने वन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, शिक्षा, सार्वजनिक निर्माण विभाग, पीएचईडी, स्थानीय निकाय सहित विभिन्न विभागों की योजनाओं की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
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