बूंदी: आदतन अपराधियों को सुपारी देकर एक जने की हत्या करवाने की साजिश रचने वाला पुलिस जांच में सरकारी स्कूल का शिक्षक निकला है. आरोपी देवीलाल गुर्जर को वर्ष 2022 में रामदेव नेखाडी नाम के व्यक्ति की हत्या की सुपारी देने के मामले में सदर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उस समय आरोपी ने एक दिन पुलिस हिरासत और 8 दिन जेल में बंद रहने के दौरान पुलिस को मिथ्या सूचना देकर स्वयं को मार्बल व्यवसायी बताकर सरकारी शिक्षक होने के तथ्य छुपाए थे. पुलिस ने अब जांच पड़ताल कर आरोपी को तथ्य छुपाने के मामले में गिरफ्तार किया है.
हत्या की सुपारी देने से जुड़ा है मामला: कोतवाली थाना प्रभारी भंवर सिंह ने बताया कि मामले में रामदेव नेखाडी ने कोतवाली पुलिस को शिकायत देकर आरोपी शिक्षक देवलाल पर पुलिस हिरासत और जेल में रहने के दौरान स्वयं को मार्बल व्यवसायी बताकर मिथ्या सूचना देकर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी. रामदेव नेखाडी ने पुलिस को बताया कि देवलाल पुत्र राम किशन निवासी देवपुरा के विरुद्ध आदतन अपराधियों को सुपारी देकर उसकी हत्या करवाने की साजिश रचने के मामले में सदर थाने में मामला दर्ज किया था.
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पुलिस ने अभियुक्त सरकारी शिक्षक देवलाल को 22 सितंबर, 2022 को गिरफ्तार किया था. देवलाल ने पुलिस हिरासत के दौरान सदर थाना पुलिस से स्वयं के सरकारी शिक्षक होने का तथ्य छिपाया था. सदर थाना पुलिस ने 23 सितंबर, 2022 को देवलाल को न्यायालय में पेश किया था, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया. देवलाल ने न्यायिक अभिरक्षा में रहते हुए भी स्वयं के सरकारी शिक्षक होने का तथ्य छुपा कर मार्बल व्यवसायी बताया.
पुलिस को किया गुमराह: कोतवाली उपनिरीक्षक अवधेश कुमार ने बताया कि आरोपी देवलाल एक दिन सदर थाना पुलिस की हिरासत में और 8 दिन न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार बून्दी में बंद रहा. उसके बाद न्यायालय से जमानत आदेश पर बाहर आया. उधर सदर थाना पुलिस और बूंदी जिला कारागार से तथ्य छिपाने के चलते उसके विद्यालय और और माध्यमिक शिक्षा विभाग बूंदी को सूचना नहीं भेजी जा सकी. जिसकी वजह से शिक्षक देवलाल के विरुद्ध विभागीय निलंबन की कार्रवाई नहीं हो पाई.
आरोपी शिक्षक जेल था, स्कूल में दर्ज किया अवकाश: पुलिस ने बताया कि अनुचित लाभ उठाते हुए शिक्षक देवलाल ने स्कूल की उपस्थिति पंजिका में गिरफ्तारी की अवधि काल में स्वयं के आकस्मिक अवकाश पर रहना दर्शित करके राजकोष से वेतन भत्ते आहरित कर लिए. शिक्षक की ओर से तथ्य छिपाने और गुमराह करने के आरोप पर मुकदमा दर्ज किया गया.