कोरिया: एसी और स्लीपर बसों के निर्माण के नाम पर ठगी करने वाले ठग को पुलिस ने दबोच लिया है. आरोपी की गिरफ्तारी कोरिया पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से की है. आरोपी ने 55 लाख की ठगी को अंजाम दिया था जिसके बाद पुलिस में इस ठगी की शिकायत दर्ज हुई. पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक आरोपी ने तीन नई बसें बनाने का झांसा देकर पीड़ित को 55 लाख का चूना लगाया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीनों बसें भी जब्त की है.
55 लाख की ठगी: दर्ज शिकायत के मुताबिक चिरमिरी निवासी मो. शोएब ने फरवरी 2024 में अशोक लीलैंड की तीन चेचिस इंदौर निवासी मो. वसीम को बस बॉडी निर्माण के लिए सौंपी. दोनों के बीच बाकायदा नोटरी में करार हुआ, जिसमें 95 दिन में बसें बनाकर सौंपने और समय सीमा पूरी न होने पर रोज़ाना 13 हजार हर्जाना देने की शर्त थी. वसीम ने इस काम के लिए शोएब से दो किश्तों में कुल 55 लाख ले लिए. यह रकम शोएब ने फाइनेंस कंपनी से लोन लेकर दी.
वादे से मुकरा व्यापारी: समय सीमा पूरी होने के बाद भी जब कोई बस तैयार नहीं हुई तो शोएब ने वसीम से जवाब मांगा. पहले तो वसीम ने स्वास्थ्य खराब होने का बहाना बनाया, फिर कहा कि हर्जाने की राशि अंतिम भुगतान में शामिल कर देगा. पीड़ित को जब अपने ठगे जाने का शक हुआ तो उसने 20 जुलाई 2024 को फिर से नोटरी के समक्ष करार करवाया जिसमें 30 अगस्त तक तीनों बसें तैयार करने का वादा दोहराया गया.
भुगतान के बाद भी बसों की नहीं हुई डिलीवरी: वसीम ने 36 लाख आरके बॉडी बिल्डर्स एंड रिपेयर, इंदौर के नाम पर और बाकी राशि अपने अन्य खातों में प्राप्त की थी. उसने यह भी कहा था कि बची राशि वाहन तैयार होने के बाद ली जाएगी. लेकिनु 26 दिसंबर 2024 तक वह 55 लाख 13 हजार 290 ले चुका था. फाइनेंस कंपनी ने जब निर्माण सामग्री के बिल मांगे तो वसीम न जीएसटी ट्रेड बिल दे सका और न ही ARI या 22B सर्टिफिकेट.
पुलिस ने दी दबिश, बसें जब्त: शिकायत के बाद पोड़ी थाना पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया. एएसआई सुनील सिंह के नेतृत्व में टीम इंदौर पहुंची और आरके बॉडी बिल्डर्स एंड रिपेयर के परिसर में दबिश दी. आरोपी मो. वसीम को वहीं से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने उसके कब्जे से तीनों अधूरी बसें भी जब्त कर ली हैं. बताया जा रहा है कि कई और बस मालिकों को वसीम इसी तरह से ठग चुका है.
कोरिया में ठगी करने वाले पर चला पुलिस का डंडा, आरोपी मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार - ACTION AGAINST FRAUDSTER
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी के पास से 3 बसें भी जब्त कर ली हैं.


By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : April 13, 2025 at 8:52 AM IST
कोरिया: एसी और स्लीपर बसों के निर्माण के नाम पर ठगी करने वाले ठग को पुलिस ने दबोच लिया है. आरोपी की गिरफ्तारी कोरिया पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से की है. आरोपी ने 55 लाख की ठगी को अंजाम दिया था जिसके बाद पुलिस में इस ठगी की शिकायत दर्ज हुई. पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक आरोपी ने तीन नई बसें बनाने का झांसा देकर पीड़ित को 55 लाख का चूना लगाया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीनों बसें भी जब्त की है.
55 लाख की ठगी: दर्ज शिकायत के मुताबिक चिरमिरी निवासी मो. शोएब ने फरवरी 2024 में अशोक लीलैंड की तीन चेचिस इंदौर निवासी मो. वसीम को बस बॉडी निर्माण के लिए सौंपी. दोनों के बीच बाकायदा नोटरी में करार हुआ, जिसमें 95 दिन में बसें बनाकर सौंपने और समय सीमा पूरी न होने पर रोज़ाना 13 हजार हर्जाना देने की शर्त थी. वसीम ने इस काम के लिए शोएब से दो किश्तों में कुल 55 लाख ले लिए. यह रकम शोएब ने फाइनेंस कंपनी से लोन लेकर दी.
वादे से मुकरा व्यापारी: समय सीमा पूरी होने के बाद भी जब कोई बस तैयार नहीं हुई तो शोएब ने वसीम से जवाब मांगा. पहले तो वसीम ने स्वास्थ्य खराब होने का बहाना बनाया, फिर कहा कि हर्जाने की राशि अंतिम भुगतान में शामिल कर देगा. पीड़ित को जब अपने ठगे जाने का शक हुआ तो उसने 20 जुलाई 2024 को फिर से नोटरी के समक्ष करार करवाया जिसमें 30 अगस्त तक तीनों बसें तैयार करने का वादा दोहराया गया.
भुगतान के बाद भी बसों की नहीं हुई डिलीवरी: वसीम ने 36 लाख आरके बॉडी बिल्डर्स एंड रिपेयर, इंदौर के नाम पर और बाकी राशि अपने अन्य खातों में प्राप्त की थी. उसने यह भी कहा था कि बची राशि वाहन तैयार होने के बाद ली जाएगी. लेकिनु 26 दिसंबर 2024 तक वह 55 लाख 13 हजार 290 ले चुका था. फाइनेंस कंपनी ने जब निर्माण सामग्री के बिल मांगे तो वसीम न जीएसटी ट्रेड बिल दे सका और न ही ARI या 22B सर्टिफिकेट.
पुलिस ने दी दबिश, बसें जब्त: शिकायत के बाद पोड़ी थाना पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया. एएसआई सुनील सिंह के नेतृत्व में टीम इंदौर पहुंची और आरके बॉडी बिल्डर्स एंड रिपेयर के परिसर में दबिश दी. आरोपी मो. वसीम को वहीं से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने उसके कब्जे से तीनों अधूरी बसें भी जब्त कर ली हैं. बताया जा रहा है कि कई और बस मालिकों को वसीम इसी तरह से ठग चुका है.