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हजारीबाग हिंसा पर सदन में सरकार का जवाब, संसदीय कार्य मंत्री ने कारण और कार्रवाई की दी जानकारी - HAZARIBAG VIOLENCE

हजारीबाग हिंसा का मामला विधानसभा में उठा. बीजेपी ने सरकार से इस पर गंभीरता से संज्ञान लेने की बात कही.

government responded in House on Hazaribag violence
संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर (सौ. जेवीएसटीवी)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : March 26, 2025 at 4:13 PM IST

2 Min Read

रांचीः हजारीबाग में रामनवमी के मंगला जुलूस के दौरान दो पक्षों में झड़प का मामला सदन में जोर-शोर से उठा. कार्यवाही की दूसरी पाली में संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने एडीजी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सदन को बताया कि 25 मार्च 2025 को हजारीबाग में द्वितीय मंगला जुलूस के दौरान अशोक चौक के पास आपत्तिजनक गाना बजाने को लेकर विवाद हुआ था.

इसकी वजह से दो पक्षों में झड़प हुई, पत्थरबाजी भी हुई. पुलिस पर भी पथराव हुआ. बचाव में पुलिस ने दो चक्र हवाई फायरिंग की थी. सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल तैनात है. इस मामले में दोनों समुदाय के पांच-पांच लोगों पर नामजद जबकि 200 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है. अब स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि अशोक चौक पर तैनात दंडाधिकारी के बयान के आधार पर प्राथमिककी दर्ज हुई है.

दरअसल, सदन की कार्यवाही शुरु होते ही नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हजारीबाग में हुए सांप्रदायिक हिंसा का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि हिंदू के त्योहार पर आए दिन हमले क्यों हो रहे हैं. इस तरह के लोगों को प्रश्रय दिया जा रहा है. ऐसे हमलों को रोकने के लिए ड्रोन कैमरा, सीसीटीवी का इस्तेमाल कीजिए ताकि पता चल सके कि हिंदुओं के पर्व में पत्थर कौन चलाता है. बोतल फेंका जा रहा है. समाज को अशांत करने की कोशिश कौन कर रहा है. ऐसे लोगों को चिन्हित करने की जरूरत है.

उन्होंने आरोप लगाया कि तुष्टिकरण के तहत आधा मुस्लिम, आधा हिंदुओं पर केस मुकदमा किया जाता है. उन्होंने सदन से मुस्तैदी के साथ संज्ञान लेने की मांग की. कहा कि रात को भी लाइट ऑफ करने की सूचना आई. मुसलमान के मोहर्रम और ईद पर हमला नहीं होता. इस पर मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि हजारीबाग की घटना सरकार के संज्ञान में है. सरकार मामले में गंभीर, सांप्रदायिक सौहार्द्र बना रहे इसकी कोशिश है, पुलिस अधिकारी से जानकारी लेकर दूसरी पाली में सदन को अवगत कराऊंगा.

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रांचीः हजारीबाग में रामनवमी के मंगला जुलूस के दौरान दो पक्षों में झड़प का मामला सदन में जोर-शोर से उठा. कार्यवाही की दूसरी पाली में संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने एडीजी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सदन को बताया कि 25 मार्च 2025 को हजारीबाग में द्वितीय मंगला जुलूस के दौरान अशोक चौक के पास आपत्तिजनक गाना बजाने को लेकर विवाद हुआ था.

इसकी वजह से दो पक्षों में झड़प हुई, पत्थरबाजी भी हुई. पुलिस पर भी पथराव हुआ. बचाव में पुलिस ने दो चक्र हवाई फायरिंग की थी. सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल तैनात है. इस मामले में दोनों समुदाय के पांच-पांच लोगों पर नामजद जबकि 200 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है. अब स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि अशोक चौक पर तैनात दंडाधिकारी के बयान के आधार पर प्राथमिककी दर्ज हुई है.

दरअसल, सदन की कार्यवाही शुरु होते ही नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हजारीबाग में हुए सांप्रदायिक हिंसा का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि हिंदू के त्योहार पर आए दिन हमले क्यों हो रहे हैं. इस तरह के लोगों को प्रश्रय दिया जा रहा है. ऐसे हमलों को रोकने के लिए ड्रोन कैमरा, सीसीटीवी का इस्तेमाल कीजिए ताकि पता चल सके कि हिंदुओं के पर्व में पत्थर कौन चलाता है. बोतल फेंका जा रहा है. समाज को अशांत करने की कोशिश कौन कर रहा है. ऐसे लोगों को चिन्हित करने की जरूरत है.

उन्होंने आरोप लगाया कि तुष्टिकरण के तहत आधा मुस्लिम, आधा हिंदुओं पर केस मुकदमा किया जाता है. उन्होंने सदन से मुस्तैदी के साथ संज्ञान लेने की मांग की. कहा कि रात को भी लाइट ऑफ करने की सूचना आई. मुसलमान के मोहर्रम और ईद पर हमला नहीं होता. इस पर मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि हजारीबाग की घटना सरकार के संज्ञान में है. सरकार मामले में गंभीर, सांप्रदायिक सौहार्द्र बना रहे इसकी कोशिश है, पुलिस अधिकारी से जानकारी लेकर दूसरी पाली में सदन को अवगत कराऊंगा.

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