इंदौर: देश में तेजी से बढ़ती महंगाई जहां आम आदमी की कमर तोड़ रही है. वहीं गोल्ड यानी सोने को लेकर लोगों की दीवानगी कम होने का नाम नहीं ले रही है. स्थिति यह है कि बीते 6 महीने में ही सोने के भाव में करीब 40000 का उछाल चुका है. जो अब भी कम हो पाने की स्थिति में नहीं है. हालांकि इसके बावजूद इंदौर में प्रतिदिन करोड़ो रुपए की सोने की खरीदी बिक्री हो रही है.
सराफा में 50-70 करोड़ गोल्ड की खरीददारी
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय मार्केट और सोने के प्रति बढ़ते आकर्षण के चलते दुनिया भर में इसकी मांग है. यही वजह है कि पिछले 6 महीने के दरमियान सोना ₹60000 प्रति तोला से बढ़कर एक लाख रुपए प्रति तोला हो चुका है. इस स्थिति के बावजूद सराफा बाजार का आलम यह है कि यहां हर दिन 50 से 70 करोड़ रुपए की खरीदी सोने की ज्वेलरी से हो जा रही है.
एमपी का ज्वेलरी हब इंदौर
इतना ही नहीं ज्वेलरी के अलावा शुद्ध सोने का बुलियन मार्केट भी यहां प्रतिदिन 70 करोड़ से लेकर करीब डेढ़ सौ करोड़ तक का है. इंदौर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हुकुम सोनी बताते हैं कि "यहां बुलियन कहे जाने वाले शुद्ध सोने की मांग इसलिए भी है, क्योंकि इंदौर मध्य प्रदेश की ज्वेलरी का हब है. यही से शुद्ध सोने की खरीदी आभूषण निर्माण के लिए होती है.

इंदौर सराफा से शुद्ध सोने की खरीदी
लिहाजा इंदौर के अलावा रतलाम समेत आसपास के विभिन्न जिले और भोपाल सीहोर तक सोने के व्यापारी इंदौर से ही खरीदी करते हैं. इतना ही नहीं मुंबई से इंदौर की तरफ रुख कर रहे ज्वेलरी के इंटरनेशनल ब्रांड भी शुद्ध सोने को सराफा बाजार से ही खरीदते हैं. इसके बाद में अपने हिसाब से डिजाइन तैयार करके ज्वेलरी का निर्माण कराते हैं."
इस साल 23% हो चुकी वृद्धि
हालांकि अमेरिका के टैरिफ वार के कारण सोने के दाम बढ़े हैं, लेकिन माना जा रहा है कि बाजार के सामान्य होने से सोने के भाव में कमी आ सकती है. विशेषज्ञों की माने तो इस साल सोने की कीमतों में करीब 23 परसेंट की वृद्धि हो चुकी है. जो फिलहाल इंदौर में 95687 रुपए प्रति 10 ग्राम के हिसाब से बिक रहा है.

हालांकि इस वृद्धि का कारण दुनिया भर शेयर बाजार की स्थिरता व्यापारिक स्तर पर युद्ध का असर और डॉलर के दामों में गिरावट भी है. वहीं बैंकों के ब्याज दर में कटौती के कारण भी सोने का भाव प्रभावित हुआ है.
इसलिए भी है डिमांड में सोना
दरअसल, सोने की खरीदी इसलिए भी डिमांड में रहती है, क्योंकि एक करोड़ की सोने की सिल कहीं भी आसानी से रखी जा सकती है. जबकि जमीन और अन्य संपत्ति संबंध निवेश में करोड़ों रुपए उजागर होने की आशंका होती है, यही वजह है कि प्रशासनिक वर्ग और अन्य निवेशक अब सोने की खरीद को सबसे सुरक्षित और आसान निवेश मानकर चल रहा है.

इंदौर सराफा में हर दिन 50 करोड़ सोना की खरीदी
यही वजह है कि अपनी उच्चतम कीमतों पर पहुंचने के बाद भी सोने की खरीदी में कोई कमी नहीं आई है. इंदौर में ही स्थिति यह है कि इंदौर सराफा बाजार में प्रतिदिन करीब 50 करोड़ रुपए के आभूषणों की बिक्री हो जाती है. जबकि शुद्ध सोने की बिक्री इससे तीन गुना है.