सोनीपत: ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया था. जहां एक छात्र ने छात्रा को सूटकेस में छिपाकर बॉयज हॉस्टल ले जाने की कोशिश की. इस घटना में शामिल छह छात्रों को सस्पेंड किया गया है. इनमें पांच छात्राएं और एक छात्र शामिल हैं. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. यूनिवर्सिटी ने इसे नियमों का गंभीर उल्लंघन माना है. प्रशासन ने बताया कि मामले की अंतिम सुनवाई 25 अप्रैल को होगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी.
12 अप्रैल का है मामला: 12 अप्रैल को राठधना रोड स्थित जिंदल यूनिवर्सिटी से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. जिसमें सूटकेस से युवती को निकाला जा रहा था. जांच में पता चला कि यह युवती बिजनेस लॉ की द्वितीय वर्ष की छात्रा है और उसका बॉयफ्रेंड भी यूनिवर्सिटी में पढ़ता है. दोनों गर्ल्स और बॉयज हॉस्टल में रहते हैं, जहां एक-दूसरे के हॉस्टल में जाने की अनुमति नहीं है. फिर भी, दोनों को मिलाने के लिए दोस्तों ने एक जोखिम भरा प्लान बनाया. युवती को 2 फुट के ट्रैवल बैग में पैक कर बॉयज हॉस्टल ले जाया गया.
प्लानिंग और नाकामी: युवती की हाइट करीब साढ़े पांच फुट थी, फिर भी उसे छोटे बैग में बंद किया गया. दो सहेलियों ने गर्ल्स हॉस्टल में उसे बैग में पैक किया, और फिर यूनिवर्सिटी गेट पर बॉयफ्रेंड और उसके दोस्तों को सौंप दिया. प्लान था कि बैग को सामान की तरह ले जाया जाएगा, ताकि सिक्योरिटी गार्ड को शक ना हो, लेकिन जल्दबाजी में बैग का पहिया टूट गया और युवती की चीख ने सिक्योरिटी का ध्यान खींच लिया. बैग खोलने पर युवती सामने आई, जिसके बाद मामला प्रशासन तक पहुंचा.
यूनिवर्सिटी की सख्ती: यूनिवर्सिटी की जनसंपर्क अधिकारी अंजू मोहन ने बताया कि वीडियो सामने आने के बाद त्वरित जांच शुरू की गई. सभी छह छात्रों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया, जिसके जवाब में उन्होंने इसे मजाक बताया, लेकिन प्रशासन ने जवाब को असंतोषजनक माना और अनुशासनात्मक कार्रवाई की. निलंबन के साथ ही मामले को और गहराई से जांचा जा रहा है. प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यूनिवर्सिटी के नियम सभी के लिए समान हैं, और ऐसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
पुलिस की भूमिका: वायरल वीडियो के बाद राई थाना पुलिस ने यूनिवर्सिटी पहुंचकर छात्रा और अन्य छात्रों के बयान दर्ज किए. छात्रा ने लिखित में कहा कि यह एक प्रैंक था और उसकी सहमति थी. चूंकि कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली, पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. हालांकि, पुलिस ने कहा कि भविष्य में शिकायत मिलने पर उचित कदम उठाए जाएंगे.
छात्रों का भविष्य: इस घटना ने यूनिवर्सिटी के नियमों और छात्रों की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े किए हैं. निलंबित छात्रों को 25 अप्रैल की सुनवाई में अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा. विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं यूनिवर्सिटी के माहौल और अनुशासन पर नकारात्मक असर डालती हैं. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सभी छात्रों को नियमों का पालन करने की चेतावनी दी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.