मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : एमसीबी जिले में बीएससी नर्सिंग का इंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया गया था. जिसमें तीन छात्राओं को यह कहकर वापस कर दिया गया कि उनका पेपर कम्प्लीट नहीं है. इसके बाद छात्राओं ने केंद्राध्यक्ष से परीक्षा देने के लिए गुहार लगाई.लेकिन छात्राओं को पेपर नहीं देने दिया गया. छात्राओं का आरोप है कि वहीं एक अन्य छात्रा के परिजन ने परीक्षा शुरू होने के बाद छात्रा को उसका आधार कार्ड दिया, लेकिन उसे परीक्षा में बैठने दिया गया. इससे साफ होता है कि परीक्षा केंद्र में नियमों का पालन नहीं किया गया.
कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश : छात्राओं के मुताबिक वे समय पर परीक्षा केंद्र में पहुंच गई थीं, फिर भी परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया. इसके बाद छात्राएं कलेक्टर के पास पहुंचकर अपनी लिखित शिकायत दर्ज कराई और आप बीती बताई. इस मामले में कलेक्टर ने नोडल अधिकारी को निर्देशित किया है कि जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो.
छात्राओं की आपबीती : ईटीवी भारत पर पीड़ित छात्राओं ने अपनी आप बीती बताई. साक्षी गुप्ता और अंकिता द्विवेदी ने कहा कि वे समय पर परीक्षा केंद्र में पहुंच गई थीं, लेकिन उन्हें परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया.इससे उनकी मेहनत और भविष्य पर असर पड़ेगा.

इस मामले में जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. परीक्षा केंद्र में नियमों का पालन करना आवश्यक है और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी- अजय मिश्रा, जिला शिक्षाधिकारी
अब देखना होगा कि इस मामले में जांच के बाद क्या कार्रवाई की जाती है और दोषियों को क्या सजा मिलती है. छात्राओं को उम्मीद है कि उनकी शिकायत पर कार्रवाई होगी और उन्हें न्याय मिलेगा.
गांव एक लेकिन सरपंच दो, अब किसे सौंपे जनता अपना काम,देखिए अजीबो गरीब मामला
ऑपरेशन अंकुश : हत्या का आरोपी 12 साल बाद अरेस्ट, दुष्कर्मी भी सलाखों के पीछे
गंदे पानी से प्यास बुझा रहे ग्रामीण , सरकारी योजनाएं फेल, सरकारें बदली लेकिन नहीं बदली समस्या