करनालः सनातन धर्म में व्रत और त्योहारों का काफी महत्व होता है. इस समय हिंदू वर्ष का ज्येष्ठ महीना चल रहा है जिसमें कई प्रमुख व्रत व त्योहार आते हैं. ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है. सनातन धर्म के लोग इस दिन को काफी श्रद्धा के साथ मनाते हैं क्योंकि इस दिन मां गंगा ने धरती पर अवतार लिया था. मान्यता है कि इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है और आत्मा की शुद्धि होती है. इस दिन विशेष रूप से मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाती है.
गंगा दशहरे की तारीख पंडित विश्वनाथ ने बताया कि ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी के दिन गंगा दशहरा मनाया जाता है. इस बार शुक्ल पक्ष की दसवीं का आरंभ हिंदू पंचांग के अनुसार 4 जून को रात के 11:54 से शुरू होगा. जबकि इसका समापन 5 जून को रात के 2:16 पर होगा. हिंदू धर्म में प्रत्येक वर्ग और त्योहार को उदया तिथि के साथ मनाया जाता है. इसलिए गंगा दशहरा 5 जून के दिन मनाया जाएगा. गंगा नदी में स्नान करने का अपना महत्व होता है. इसलिए शुभ मुहूर्त में स्नान करना चाहिए. स्नान के लिए शुभ ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:05 से लेकर सुबह 4:40 तक रहेगा.
जीवन की सभी कठिनाइयों होती है दूरः पंडित विश्वनाथ ने बताया कि गंगा दशहरा के दिन माता गंगा ने धरती पर अवतार लिया था. इस दिन स्नान करने को मोक्षदायिनी भी माना जाता है. माना जाता है कि भागीरथ के ताप से प्रसन्न होकर मां गंगा पृथ्वी पर आई थी और उसके बाद ही उनके पूर्वजों का उद्धार हुआ था, जिसके चलते इस दिन का काफी ज्यादा धार्मिक महत्व है. इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से कई प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है और घर में सुख समृद्धि आती है. गंगा नदी में स्नान करने के बाद दान-पुण्य और पूजा-अर्चना करने से कई प्रकार की कठिनाइयां दूर होती है और मां को शांति मिलती है.
गंगा दशहरा पर करें ये काम, बाधा होगी दूर पंडित ने बताया कि गंगा दशहरा के दिन कुछ काम और उपाय करने से सभी प्रकार की समस्या दूर हो जाएंगे.
- गंगा दशहरा के दिन गंगा स्तोत्र एक कागज पर लिखकर उसको पीपल के पेड़ के नीचे मिट्टी में दबा दें. इससे व्यापार में वृद्धि होगी और सभी परेशानी दूर होगी.
- गंगा दशहरे के दिन भोलेनाथ को जल अभिषेक करने से जीवन में सफलता प्राप्त होगी.
- अगर परिवार में आर्थिक तंगी है तो उसके लिए घर से कहीं दूर अनार का पेड़ लगाएं और उस पर मिट्टी के घड़े से गंगाजल डालें और उसको (घड़े को) दक्षिण दिशा में रख दे. इससे आर्थिक तंगी दूर होती है.
- गंगा दशहरा के दिन घर में गंगाजल का छिड़काव करें और नारियल पर एक काला धागा बांधकर उसको जल में प्रवाहित करें. इससे घर में सुख शांति आती है. प्रवाहित करने के बाद पीछे मुड़कर ना देखें.
- सभी प्रकार के जीवन के कष्ट दूर करने के लिए और मोक्ष की प्राप्ति के लिए गंगा नदी में स्नान करने के बाद आम सुपारी जल से भरा हुआ घड़ा, फल-फूल आदि दान करने से यह समस्या दूर होती है.
- गंगा दशहरा के दिन गंगा स्तोत्र और माता गंगा की पूजा अर्चना करने से स्वास्थ्य में सुधार होता है और धन की बरसात होती है.
ना करें ये गलती वरना हो सकता है नुकसानः पंडित ने बताया कि गंगा दशहरा के दिन इंसान से जाने-अनजाने में कहीं गलती हो जाती है जिससे हमारे ऊपर उसका विपरीत प्रभाव पड़ता है. इसलिए कुछ ऐसी गलती है जिससे हमें भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
- गंगा दशहरा के दिन हमें अपने देवी-देवताओं और पितरों को भूलकर भी नाराज नहीं करना चाहिए.
- गंगा दशहरे के दिन किसी को हमें बासी खाना, टूटे हुए बर्तन, खराब जूते चप्पल, फटे पुराने कपड़े दाने नहीं करने चाहिए. इसे घर नकारात्मकता में आती है और इंसान का रिश्ता प्रभावित होता है.
- गंगा दशहरे पर किसी भी प्रकार का तेजदार हथियार दान ना करें.
- किसी भी प्रकार के काले रंग की वस्तु दान नहीं करना चाहिए. इससे भी घर में नकारात्मक शक्ति बढ़ती है.