नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को बजट पेश किया इस दौरान उन्होंने दिल्ली में बसों में महिलाओं की फ्री यात्रा को लेकर बड़ी बात कही थी. सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में अब महिलाओं को बस के लिए पिंक टिकट नहीं लेना पड़ेगा. इसके बदले दिल्ली की सभी महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा देने के लिए पिंक कार्ड बनाए जाएंगे. इस पिंक कार्ड के लिए सभी महिलाओं का सत्यापन किया जाएगा कि वह महिला दिल्ली की निवासी है या नहीं.
दावा किया जा रहा है कि इस प्रक्रिया से फ्री बस सेवा में प्रारदर्शिता आएगी. सरकार का आरोप है कि पिछली सरकार के समय पिंक टिकट के नाम पर घोटाला हुआ. एक पिंक टिकट दिया जाता था और चार का बिल बनाया जाता था. इसलिए इस भ्रष्टाचार पर रोक लगाने और पारदर्शिता लाने के लिए हमारी सरकार कदम उठाएगी.

AAP पर घोटाले का आरोप: रेखा गुप्ता ने कहा कि इस पिंक टिकट घोटाले की वजह से भी डीटीसी को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है, उससे डीटीसी जबरदस्त घाटे में है. उन्होंने कैग रिपोर्ट में डीटीसी के 14000 करोड़ के घाटे में जाने के लिए आम आदमी पार्टी सरकार की कड़ी आलोचना की. सीएम ने कहा कि हमारी सरकार महिलाओं को फ्री बस की सेवा देने के लिए यह सुनिश्चित करेगी कि इस योजना का लाभ सिर्फ दिल्ली की महिलाओं को मिले, बल्कि बाहर से आने वाले बांग्लादेशी और रोहिंग्याओ को इसका लाभ न मिले.

मुख्यमंत्री के ऐलान से यह साफ है कि अभी तक दिल्ली में दूसरे राज्य से आने जाने वाली महिलाओं को भी जो फ्री बस की सुविधा मिलती थी, वह अब नहीं मिलेगी. जिस तरह डीटीसी की बसें नोएडा सेक्टर-37 तक जाती हैं, तो डीटीसी की बसों में उत्तर प्रदेश की महिलाओं को भी मुफ्त सफर मिल जाता था. वह अब बंद हो जाएगा.
गुरूग्राम, नोएडा, गाजियाबाद जाने वाली महिलाओं को भी मिलती थी फ्री बस यात्रा
आम आदमी पार्टी की सरकार ने ऐसी व्यवस्था नहीं की थी कि डीटीसी की बसों में सिर्फ दिल्ली की महिलाओं को ही मुफ्त सफर मिलेगा. उनकी तरफ से महिलाओं को मुफ्त सफर जैसा प्रावधान योजना में किया गया था, जिससे उत्तर प्रदेश या हरियाणा के गाजियाबाद, गुरुग्राम या अन्य इलाकों से दिल्ली आने जाने वाली महिलाओं को भी डीटीसी की बसों में मुफ्त सफर मिल जाता था.
डीटीसी की बसें हरियाणा के गुरुग्राम और बहादुरगढ़ तक भी जाती हैं, तो ऐसे में वहां की महिलाओं को भी डीटीसी की बसों में मुफ्त सफर का लाभ मिल जाता था. यह सब अब पिंक कार्ड की सुविधा शुरू होने के बाद बंद हो जाएगा. पिंक कार्ड बनाने के लिए महिलाओं से उनके दिल्ली में निवास का प्रूफ भी लिया जाएगा और वह कितने समय से दिल्ली में निवास कर रही हैं यह विवरण भी लिया जाएगा. उसके बाद ही पिंक कार्ड बनाया जाएगा.
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