बलौदा बाजार: पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए ठग का नाम उमाकांत दीवान है. आरोप है कि उमाकांत दीवान ने कई लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी की है. पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है कि आरोपी उमाकांत दीवान ने तीन लोगों से कुल 21 लाख की ठगी नौकरी दिलाने के नाम पर की है. ठगे गए लोगों से उमाकांत कहता था कि आपकी सरकारी नौकरी पक्की है बस थोड़ा खर्चा करना पडे़गा.
सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी: ठगी के इस खेल का खुलासा तब हुआ जब ग्राम कोटियाडीह निवासी चंद्रमा साहू ने गिधौरी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई. चंद्रमा का आरोप था कि ग्राम फरहदा (थाना खरोरा, रायपुर) निवासी उमाकांत दीवान (43 वर्ष) ने उनकी पत्नी को महिला बाल विकास विभाग में पर्यवेक्षक के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर 5 लाख की मांग की और रकम लेकर गायब हो गया. आरोप है कि उमाकांत ने एक पीड़ित से श्रम विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख ठग लिए.
सरकारी नौकरी पूरी तरह पारदर्शी चयन प्रक्रिया से होती है. कोई भी व्यक्ति यदि पैसे लेकर नौकरी लगाने की बात करता है तो वह अपराधी है. आमजन ऐसे व्यक्तियों से सावधान रहें और किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें: अभिषेक सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
गिधौरी पुलिस ने किया गिरफ्तार: गिधौरी पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए उमाकांत दीवान को गिरफ्तार में लिया. प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने ठगी की बात कबूल की और खुलासा किया कि वह बीते कुछ वर्षों से इसी तरह सरकारी नौकरी के नाम पर भोले भाले लोगों को फंसाकर लाखों की ठगी कर चुका है. पकड़े गए आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया है.
पुलिस की अपील: बलौदा बाजार पुलिस ने लोगों से और खासकर युवाओं से अपील की है कि वो ऐसे शातिर ठगों से सावधान रहें. गलत तरीकों से कोई भी आपको नौकरी नहीं दिला सकता है. पुलिस ने कहा है कि अगर कोई आपको इस तरह का झांसा देता है तो इसकी सूचना पुलिस थाने में करें.