भीलवाड़ा: पूर्व राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि 12 दिसंबर 1949 को जनसंघ व आरएसएस ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान के खिलाफ रामलीला मैदान में प्रदर्शन किया व पुतला जलाया था. भाजपा संविधान के पक्ष में नहीं है. जाट ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार भाईचारा तोड़ने में लगी है. पूर्व मंत्री विजन इंडिया वेलफेयर सोसायटी के सुवाणा में अंबेडकर जयंती पर सोमवार को रक्तदान शिविर में अतिथि थे. इस दौरान रक्तदाताओं को अंबेडकर पुस्तिका दी गई.
पूर्व मंत्री रामलाल ने बातचीत में कहा कि बाबा साहब के विचारों को अपने घर, परिवार व समाज में अंगीकार करना चाहिए ताकि देश मजबूत हो व भाईचारा बढ़ें. विजन इंडिया हर साल 2 अक्टूबर और 14 अप्रैल को रक्तदान शिविर लगाती है.इस बार जिले में विधानसभा वार रक्तदान शिविर लगाए जा रहे हैं. जाट ने कहा कि जैसे सुरक्षित व अखंड भारत के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 4000 किमी की पदयात्रा निकाली, वैसे ही हम ब्लड कैंप से घर-घर संविधान पहुंचा रहे हैं.
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पूर्व मंत्री ने कहा कि डॉ. अंबेडकर का कहना था कि अकेले आदमियों की पूजा मत करो, चाहे वे खुद ही क्यों ना हो, उनके विचारों की पूजा करो. वर्तमान पीढ़ी को संविधान की जानकारी होनी चाहिए ताकि खुद को सुरक्षित महसूस कर सके. लोकसभा चुनाव में संविधान का मुद्दा हावी रहने के सवाल पर पूर्व मंत्री बोले, 12 दिसंबर 1949 को भाजपा नहीं थी. तब जनसंघ व आरएसएस ने अंबेडकर के संविधान के खिलाफ दिल्ली के रामलीला मैदान में पुतला जलाया व धरना प्रदर्शन किए. भाजपा संविधान के पक्ष में नहीं है. यह तो राहुल गांधी व युवाओं ने भाजपा को यह कहने को मजबूर कर दिया कि संविधान से देश को चलाओ. पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार भाईचारा तोड़ रही है.