अलवर: भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने एक बार फिर विवादित बोल बोले हैं. उन्होंने कांग्रेस नेताओं के जाने से मंदिर को अपवित्र होने का आरोप लगाया और कहा कि शालीमार आवासीय सोसाइटी में निर्मित राम मंदिर को उन्होंने अब गंगाजल छिड़कर पवित्र किया है. वहीं, इस मामले को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से भाजपा पर हमलावर हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई अन्य नेताओं ने भाजपा नेता के इस बयान की निंदा करते हुए भाजपा नेतृत्व से कार्रवाई की मांग की है.
दरअसल, राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा गत रविवार को हुई थी. इसमें केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव के अलावा भाजपा के अनेक नेता भी शामिल रहे. वहीं, राम मंदिर में नेता प्रतिपक्ष ने भी पहुंच कर पूजा की थी. भाजपा नेता आहूजा सोमवार को शालीमार आवासीय सोसाइटी में राम मंदिर में गंगाजल छिड़कने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.
भाजपा नेता आहूजा ने आरोप लगाया कि आयोजकों ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाजपा नेताओं के अलावा कांग्रेस नेताओं को भी आमंत्रित किया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित करना कार्यक्रम आयोजकों की मजबूरी हो सकती है, लेकिन उनके आने से मंदिर अपवित्र हो गया. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में उन लोगों को भी बुलाया गया, जिन्होंने भगवान राम के अस्तितत्व को चुनौती दी.
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उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राम का जन्म होने का सबूत मांगा और न्यायालय में भगवान राम के अस्तित्व को लेकर एफिडेविट लगाया और उन्हें काल्पनिक कहा. ऐसे लोगों को राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में बुलाया गया. भाजपा नेता ने कहा कि कभी भी किसी को खुश करने एवं तुष्टिकरण के लिए मंदिरों को अपवित्र मत करो. भगवान राम के मंदिर में गंगाजल छिड़का है. सोसाइटी के अन्य मंदिरों में भी गंगाजल छिड़का है. उन्होंने कहा कि वे रविवार को अलवर में नहीं थे, इसलिए सोमवार को मंदिरों को गंगाजल छिड़कर पवित्र किया है.
भाजपा नेता आहूजा ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर की तीनों कारसेवा में अलवर का भाजपा का कोई नेता नहीं गया, केवल वे ही तीनों कारसेवा में शामिल रहे. अंतिम कारसेवा जिसमें विवादित बाबरी ढांचे का विध्वंस हुआ और वहां टेंट लगाकर भगवान राम को विराजित किया गया, उसमें भी अलवर से वे अकेले भाजपा नेता थे. उन्होंने कार्यक्रम आयोजकों को सलाह दी कि सभी को खुश करने के प्रयास में कुछ नहीं करें, जिससे मंदिर अपवित्र हो.
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री ज्ञानदेव आहूजा का बयान भाजपा की दलितों के प्रति मानसिकता का परिचायक है। मैंने विधानसभा में दलितों की आवाज उठाते हुए छुआछूत के विरुद्ध अभियान चलाने की बात कही थी पर भाजपा की मानसिकता ये है कि वो मेरे दलित होने के कारण मंदिर जाने पर गंगाजल से मंदिर धुलवाने…
— Tika Ram Jully (@TikaRamJullyINC) April 7, 2025
प्रतिपक्ष नेता जूली ने सीएम व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से किया सवाल : विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मुख्यमंत्री एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से जानना चाहा कि क्या वे दलितों के मंदिर जाने पर गंगाजल से मंदिर धुलवाने के बयान का समर्थन करते हैं? जूली ने यह बात भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा की ओर से राम मंदिर में उनके दर्शन व पूजा करने पर कही थी. हालांकि, आहूजा ने अपने बयान में कांग्रेस के किसी नेता का नाम नहीं लिया था.
प्रतिपक्ष नेता जूली ने आरोप लगाया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा का बयान भाजपा की दलितों के प्रति मानसिकता को दर्शाता है. उन्होंने विधानसभा में दलितों की आवाज उठाते हुए छुआछूत के विरुद्ध अभियान चलाने की बात कही थी, लेकिन भाजपा नेता मेरे दलित वर्ग से होने के कारण मंदिर जाने पर गंगाजल से मंदिर धुलवाने की बात कह रहे हैं.
जूली ने कहा कि यह न सिर्फ मेरी व्यक्तिगत आस्था पर हमला है, बल्कि अस्पृश्यता जैसे अपराध को बढ़ावा देने वाला बयान है. उन्होंने कहा कि भाजपा दलितों से नफरत करती है और उन्हें पूजा पाठ करते नहीं देख सकती है. प्रतिपक्ष नेता ने जानना चाहा कि क्या भगवान पर केवल भाजपा नेताओं का अधिकार है.
भाजपा नेता श्री ज्ञानदेव आहूजा द्वारा नेता प्रतिपक्ष श्री @TikaRamJullyINC के मंदिर जाने के बाद गंगाजल छिड़कने की घटना दलितों के प्रति भाजपा की दुर्भावना को दर्शाती है। 21वीं सदी में ऐसी संकीर्ण मानसिकता एक सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं है। इसकी जितने कड़े शब्दों में निंदा की जाए…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 7, 2025
गहलोत ने की आहूजा के बयान की निंदा : प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा की ओर से दिए गए बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के मंदिर जाने के बाद गंगाजल छिड़कने की घटना दलितों के प्रति भाजपा की दुर्भावना को दर्शाती है. 21वीं सदी में ऐसी संकीर्ण मानसिकता एक सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं है.
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ से सवाल किया कि वे अपने वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा के इस व्यवहार से सहमत हैं और इस घृणित कृत्य के लिए भाजपा अपने नेता पर कार्रवाई करेगी?
भाजपा के दिल में दलितों से दुर्भावना, नफ़रत और ईर्ष्या भरी है।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) April 7, 2025
अलवर में प्रभु श्रीराम जी के जिस मंदिर में कल नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली जी गए थे, आज भाजपा ने उस मंदिर में गंगाजल छिड़का है।
@TikaRamJullyINC जी के लिए भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव का अपमानजनक बयान और घृणित… pic.twitter.com/cOL9yASyNB
पीसीसी गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- भाजपा के दिल में दलितों से दुर्भावना, नफरत और ईर्ष्या भरी है : डोटासरा ने 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि अलवर में प्रभु श्रीराम जी के जिस मंदिर में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली गए थे. आज भाजपा ने उस मंदिर में गंगाजल छिड़का है. जूली के लिए भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव का अपमानजनक बयान और घृणित कृत्य अत्यंत निंदनीय है.
दलित हो, किसान हो, महिला हो, मजदूर हो...भाजपा इनसें इतनी नफ़रत क्यों करती है?
समय आने पर राजस्थान की जनता भाजपा की इस घृणित मानसिकता का करारा जवाब देगी.
वहीं, कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि एक तरफ भाजपा के लोग सामाजिक न्याय और सामाजिक समरसता की बात करते है, वहीं दूसरी तरफ इस प्रकार के कृत्य दलित वर्ग के प्रति उनकी सोच और मंशा को उजागर करने का काम करते हैं. हम इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. कांग्रेस विधायक इंद्रा मीणा ने कहा कि भाजपा के दिल में दलितों से दुर्भावना, नफरत और ईर्ष्या भरी है. अलवर में श्रीराम जी के जिस मंदिर में कल नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली जी गए थे. आज भाजपा ने उस मंदिर में गंगाजल छिड़का है. जूली जी के लिए भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव का तुच्छ बयान और घृणित कृत्य निंदनीय है.
पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा ने भाजपा का असली चाल-चरित्र व सोच जनता के सामने ला दिया है. ज्ञानदेव आहूजा ने प्रभु श्रीराम जी के जिस मंदिर में कल नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली जी ने पूजा-अर्चना की थी, उस मंदिर में आज गंगाजल छिड़का है. जूली जी के मंदिर जाने के बाद गंगाजल छिड़कने की घटना दलितों के प्रति भाजपा की दुर्भावना व सोच को दर्शाती है व भाजपा दलितों से कितनी नफ़रत करती है यह जनता के सामने है. भाजपा के दिल में दलितों से दुर्भावना, नफरत और ईर्ष्या भरी है.