जोधपुर: विधानसभा चुनाव के बाद खामोश हुई नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल और पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा के बीच जुबानी जंग फिर शुरू हो गई है. हाल में रालोपा मुखिया बेनीवाल ने जोधपुर में एक समारोह में कांग्रेस नेता दिव्या पर चौतरफा हमला बोला था. उसका दिव्या मदेरणा ने अब जवाब दिया है.
ओसियां में एक कार्यक्रम में पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा ने कहा कि "जिस व्यक्ति ने खींवसर को अभेद किला घोषित कर रखा था, वह पूरी तरह से ढह गया. ईंट-ईंट बिखर गई. राजनीति में पूरी तरह से परास्त व्यक्ति पर हमला बोलना मैं उचित नहीं समझती, क्योंकि जंग के भी कुछ उसूल होते हैं." दिव्या ने कहा कि "महिला होने को अपना हथियार नहीं बनाऊंगी. इसे अपनी मजबूरी नहीं बताऊंगी. मेरे ऊपर चाहे जितनी व्यंग्य व हमले कर लीजिए, क्योंकि मैं जनमानस के आशाओं की प्रतीक हूं."
बता दें कि हनुमान बेनीवाल ने हाल में जोधपुर में कार्यक्रम में दिव्या मदेरणा को लेकर कहा था कि "ओसियां में ट्रांसफार्मर उतार रहे हैं, धरना देना चाहिए, सड़कों पर उतरना चाहिए. पिताजी को जेल भेजने वालों के बेटे के आगे ठुमके क्यों लगा रहे हो. मैं विधायक होता तो ट्रांसफार्मर नही उतरते."
दिव्या मदेरणा ने कहा कि "एक नेताजी का वीडियो मुझे दिखाया, वे बोल रहे थे कि ओसियां में ट्रांसफार्मर उतारे जा रहे हैं, क्या हाल हो गए है ओसियां के, धरने क्यों नहीं देते ?" दिव्या ने कहा, "यह वही नेता हैं जो ओसियां में आकर कहते थे कि मैं दिव्या को हराऊंगा. आज यह मंजर है तो आपके निर्णय की वजह से है. मैं विधायक होती तो ऐसा नही होता. दिव्या ने कहा कि मैंने, मेरे दादाजी ने, पिताजी ने और माता ने 16 चुनाव कांग्रेस पार्टी से लड़े हैं. हम एक ही पार्टी में रहकर निष्ठावान बने हैं. आपने क्या किया ? उनके पिताजी ने किस पार्टी से लड़ा. कभी भाजपा कभी दूसरी पार्टी. खुद की बनाई तो दूसरों से समझौता किया. किसी एक पार्टी के तो निष्ठावान बनो."