गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज से पूर्व विधायक रहे रामावतार साह का दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया है. उनके निधन के बाद राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है. वहीं, इस खबर के सामने आते ही विभिन्न दलों और आसपास के लोगों का हजियापुर के वार्ड नंबर 27 स्थित उनके आवास पर हुजूम उमड़ पड़ा. सोमवार को उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा, जिसमें कई जन प्रतिनिधि शामिल होगे.
हार्ट अटैक के कारण रामावतार साह का निधन: पूर्व विधायक रामावतार साह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. रविवार को हर दिन की तरह अपने घर में बैठकर पत्नी और पोते से बातचीत कर रहे थे. इसी बीच उन्हें उल्टी आने लगी. जिसके बाद उन्हें परिजनों ने गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया. हालांकि डॉक्टर ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया. जिसके बाद उनके बेटा और बेटी सहित अन्य परिजन पटना लेकर एंबुलेंस से निकल गए लेकिन रास्ते में ही उनका निधन हो गया. निधन के बाद परिजन उनके शव को लेकर वापस घर आ गए.
1995 में जनता दल से बने थे विधायक: दिवंगत रामावतार साह ने 1995 में जनता दल के टिकट पर सदर विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने थे. अपने कार्यकाल में उन्होंने गोपालगंज के विकास के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए. वे गरीबों की आवाज बनकर हमेशा जनता के बीच सक्रिय रहे. पूर्व विधायक का जन्म 19 जनवरी 1945 को हुआ था.
"पिताजी ने अपना जीवन गरीबों और पीड़ितों के हक के लिए समर्पित कर दिया था. चाहे दियारा क्षेत्र की बाढ़ हो या शहर की बुनियादी समस्याएं, वे हमेशा जनता के साथ खड़े रहे."- सत्यप्रकाश नवरोत्तम, रामावतार साह के बेटे
परिवार में कौन-कौन है?: तीन भाई और दो बहन में रामावतार साह सबसे बड़े थे. उनको तीन बेटे और तीन बेटियां है. उनका परिवार आज भी सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में सक्रिय है. उनके बड़े बेटे सत्यपाल नरोत्तम बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं, जबकि दूसरे बेटे सत्यप्रकाश नवरोत्तम बिहार क्रिकेट एकेडमी में कोच हैं. उनकी बेटी ज्योति जयंती जन सुराज की नेता हैं.
सोमवार को होगी अंत्येष्टि: परिजनों ने बताया कि सोमवार को मानिकपुर रोड स्थित जीन बाबा स्थान के पास उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ जिला प्रशासन के सहयोग से किया जाएगा. पूर्व विधायक के निधन पर राजनीतिक जगत में भी गहरी संवेदना व्यक्त की गई है. गोपालगंज के सांसद और जेडीयू राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ. आलोक कुमार सुमन समेत कई नेताओं ने उनके योगदान को याद करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है.
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