बिलासपुर : बिलासपुर के पूर्व विधायक अरुण तिवारी को पुलिस ने रतनपुर उनके फार्म हाउस से गिरफ्तार किया है.अरुण तिवारी पर पीएम नरेंद्र मोदी और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर फेसबुक में अभद्र पोस्ट वायरल करने का आरोप है.दरअसल बिलासपुर के अज्ञेय नगर के रहने वाले पूर्व विधायक अरुण तिवारी ने बीते दिनों पीएम मोदी और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर फेसबुक में अभद्र पोस्ट किया था. पोस्ट में पीएम के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाए थे. जिसका बाद उनका पोस्ट वायरल हो रहा था. वहीं गिरफ्तारी के बाद अरुण तिवारी का कहना है कि उन्होंने सोशल मीडिया में इस तरह का पोस्ट नहीं किया है.हो सकता है कि उनकी आईडी हैक हो गई हो.
मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का विरोध करता आ रहा हूं.मैं खुलेआम उनके खिलाफ बोलता हूं.लेकिन देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल मैंने नहीं किया है.मुझे पेपर और वाट्सअप स्क्रिनशॉट के माध्यम से पता चला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मेरी आईडी से कुछ लिखा गया है.मैं लोगों को उनके सामने कुछ भी बोलता हूं.लेकिन देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ मैंने इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं किया. मैं जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल करता हूं वो सार्वजनिक है.इसलिए मैं हर तरह की जांच के लिए तैयार हूं.- अरुण तिवारी, पूर्व कांग्रेस विधायक
बीजेपी कार्यकर्ता ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट : इस आपत्तिजनक पोस्ट पर सोशल मीडिया पर लोग गुस्सा जाहिर कर रहे थे. जिसके बाद पन्नानगर के रहने वाले रंजीत यादव ने इसकी लिखित शिकायत सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई थी.
पोस्ट के जरिए पूर्व विधायक ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है और पीएम की छवि को भी धूमिल किया है.ऐसे में आईटी एक्ट और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का केस दर्ज कर उनपर कार्रवाई की गई है-निमितेश सिंह परिहार सीएसपी सिविल लाइन
आईटी एक्ट और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का केस : शिकायत पर पुलिस ने पूर्व विधायक के खिलाफ आईटी एक्ट एवं धार्मिक भावनाओं को आहत करने का केस दर्ज कर तलाश शुरू की.तो वह रतनपुर स्थित अपने फार्म हाउस में थे. पुलिस ने फॉर्म हाउस में दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. हालांकि पूर्व विधायक कार्रवाई से नहीं डरने की बात कह रहे हैं. उनका कहना है की वे गलत नीतियों को लेकर हमेशा पीएम मोदी का विरोध करते रहेंगे.हालांकि, जिस पोस्ट पर उनपर कार्रवाई की गई है उसे वे गलत नहीं मान रहे. उनका कहना है, वे नरेंद्र को नर्रु कहते रहेंगे. उन्होंने कहीं भी सीधे अपशब्दों का प्रयोग पोस्ट में नहीं किया है. इधर, बयान दर्ज करने के बाद पूर्व विधायक को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया है.
इसी तरह के मामले में दुर्ग के कांग्रेस नेता बृजमोहन सिंह को भी अरेस्ट किया गया है. सोशल मीडिया पर मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी पोस्ट करने के लिए बीएनएस की धारा 296 (अश्लील कृत्य) और 353 (सार्वजनिक शरारत) के तहत गिरफ्तार किया गया था. जिन्हें बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
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