ETV Bharat / state

मुजफ्फरपुर की घटना से आहत BJP नेता ने पार्टी से दिया इस्तीफा, कांग्रेस का दामन थामा - ASIT NATH TIWARI JOIN CONGRESS

मुजफ्फरपुर बलात्कार-हत्याकांड का साइड इफेक्ट दिखने लगा है. जहां सरकार एक्शन में है, वहीं नेता भी इसके बहाने पार्टी छोड़ रहे हैं. पढ़ें खबर

Asit Nath Tiwari Join Congress
असित नाथ तिवारी कांग्रेस में हुए शामिल (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : June 3, 2025 at 5:25 PM IST

3 Min Read

पटना : मुजफ्फरपुर में मासूम के साथ बलात्कार की घटना हुई थी. उसके बाद इलाज के दौरान बच्ची ने पीएमसीएच में दम तोड़ दिया. आरोप है कि पीड़िता का इलाज ठीक तरीके से पीएमसीएच में नहीं हुआ, जिसके चलते मासूम ने दम तोड़ दिया. घटना को लेकर भाजपा से एक नेता ने इस्तीफा भी दे दिया है.

संजय जायसवाल ने जताई थी चिंता : दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के नेता असित नाथ तिवारी ने घटना को लेकर सोशल मीडिया साइट पर पोस्ट किया था. असित नाथ तिवारी ने भाजपा सांसद संजय जायसवाल के पोस्ट को भी साझा किया था. दबाव बढ़ने के बाद संजय जायसवाल ने पोस्ट को डिलीट कर दिया, लेकिन असित नाथ पोस्ट को डिलीट नहीं करने पर अड़े थे. जिसके बाद पार्टी की ओर से उनपर दबाव बनाया जाने लगा.

असित नाथ तिवारी और राजेश राम का बयान (ETV Bharat)

भाजपा नेता ने पार्टी से दिया इस्तीफा : मुजफ्फरपुर की घटना से आहत होकर आखिरकार असित नाथ तिवारी ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस का दामन थाम लिया. असित नाथ तिवारी ने कहा कि भाजपा बेहद संवेदनशील पार्टी है. पार्टी का एक सामान्य नेता भी पीएमसीएच में अगर फोन कर दिया होता तो उस बच्ची की जान बच सकती थी. तमाम नेता फेसबुक और व्हाट्सएप चलाने में व्यस्त थे किसी ने बच्ची को लेकर पहल नहीं की.

''पार्टी ने दबाव बनाया तो संजय जायसवाल ने 10 मिनट के अंदर अपना पोस्ट डिलीट कर लिया. मैं दागो और भागो वाला आदमी नहीं हूं, मैं टिकता हूं. मुझे कहा गया डिलीट कीजिए, मैंने कहा नहीं करूंगा और अंतत: मुझे उस पार्टी से इस्तीफा देना पड़ा.''- असित नाथ तिवारी, कांग्रेस नेता

कांग्रेस ने की न्यायिक जांच की मांग : इधर, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने राज्य सरकार पर हमला बोला. राजेश राम ने कहा कि सरकार ने जो घोषणा की है वह दिखावा मात्र है. मैं बिहार सरकार से मांग करता हूं कि पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच कराई जाए. अगर न्यायिक जांच संभव ना हो तो विधानसभा की सर्वदलीय समिति बनाई जाए और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए.

दुष्कर्म और हत्या का मामला : बता दें कि 26 मई को मुजफ्फरपुर में 9 साल की दलित नाबालिंग लड़की से बलात्कार हुआ था. आरोपी ने उसके गर्दन और पेट पर चाकू से कई बार वार किया था. जिसके एक सप्ताह बाद बच्ची की जान चली गई. पीड़िता की मां ने आरोप लगाया था कि जब वह बेटी को एमकेएमसीएच से पीएमसीएच ले गई तो वहां 3-4 घंटे तक उसे बेड नहीं मिला. एंबुलेंस में हालत ज्यादा बिगड़ गई जिसके कारण मौत हो गई.

ये भी पढ़ें :-

बिहार में दुष्कर्म के बाद दलित बच्ची का गला रेता, राहुल गांधी बोले- हम चुप नहीं बैठेंगे, जानें अब तक क्या हुआ?

'बिहार कब बदलेगा?' मुजफ्फरपुर में दलित बच्ची की दुष्कर्म के बाद नृशंस हत्या पर भड़कीं मायावती

मुजफ्फरपुर दुष्कर्म हत्याकांड के बाद बिहार में बवाल, पटना की सड़कों पर उतरी कांग्रेस

पटना : मुजफ्फरपुर में मासूम के साथ बलात्कार की घटना हुई थी. उसके बाद इलाज के दौरान बच्ची ने पीएमसीएच में दम तोड़ दिया. आरोप है कि पीड़िता का इलाज ठीक तरीके से पीएमसीएच में नहीं हुआ, जिसके चलते मासूम ने दम तोड़ दिया. घटना को लेकर भाजपा से एक नेता ने इस्तीफा भी दे दिया है.

संजय जायसवाल ने जताई थी चिंता : दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के नेता असित नाथ तिवारी ने घटना को लेकर सोशल मीडिया साइट पर पोस्ट किया था. असित नाथ तिवारी ने भाजपा सांसद संजय जायसवाल के पोस्ट को भी साझा किया था. दबाव बढ़ने के बाद संजय जायसवाल ने पोस्ट को डिलीट कर दिया, लेकिन असित नाथ पोस्ट को डिलीट नहीं करने पर अड़े थे. जिसके बाद पार्टी की ओर से उनपर दबाव बनाया जाने लगा.

असित नाथ तिवारी और राजेश राम का बयान (ETV Bharat)

भाजपा नेता ने पार्टी से दिया इस्तीफा : मुजफ्फरपुर की घटना से आहत होकर आखिरकार असित नाथ तिवारी ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस का दामन थाम लिया. असित नाथ तिवारी ने कहा कि भाजपा बेहद संवेदनशील पार्टी है. पार्टी का एक सामान्य नेता भी पीएमसीएच में अगर फोन कर दिया होता तो उस बच्ची की जान बच सकती थी. तमाम नेता फेसबुक और व्हाट्सएप चलाने में व्यस्त थे किसी ने बच्ची को लेकर पहल नहीं की.

''पार्टी ने दबाव बनाया तो संजय जायसवाल ने 10 मिनट के अंदर अपना पोस्ट डिलीट कर लिया. मैं दागो और भागो वाला आदमी नहीं हूं, मैं टिकता हूं. मुझे कहा गया डिलीट कीजिए, मैंने कहा नहीं करूंगा और अंतत: मुझे उस पार्टी से इस्तीफा देना पड़ा.''- असित नाथ तिवारी, कांग्रेस नेता

कांग्रेस ने की न्यायिक जांच की मांग : इधर, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने राज्य सरकार पर हमला बोला. राजेश राम ने कहा कि सरकार ने जो घोषणा की है वह दिखावा मात्र है. मैं बिहार सरकार से मांग करता हूं कि पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच कराई जाए. अगर न्यायिक जांच संभव ना हो तो विधानसभा की सर्वदलीय समिति बनाई जाए और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए.

दुष्कर्म और हत्या का मामला : बता दें कि 26 मई को मुजफ्फरपुर में 9 साल की दलित नाबालिंग लड़की से बलात्कार हुआ था. आरोपी ने उसके गर्दन और पेट पर चाकू से कई बार वार किया था. जिसके एक सप्ताह बाद बच्ची की जान चली गई. पीड़िता की मां ने आरोप लगाया था कि जब वह बेटी को एमकेएमसीएच से पीएमसीएच ले गई तो वहां 3-4 घंटे तक उसे बेड नहीं मिला. एंबुलेंस में हालत ज्यादा बिगड़ गई जिसके कारण मौत हो गई.

ये भी पढ़ें :-

बिहार में दुष्कर्म के बाद दलित बच्ची का गला रेता, राहुल गांधी बोले- हम चुप नहीं बैठेंगे, जानें अब तक क्या हुआ?

'बिहार कब बदलेगा?' मुजफ्फरपुर में दलित बच्ची की दुष्कर्म के बाद नृशंस हत्या पर भड़कीं मायावती

मुजफ्फरपुर दुष्कर्म हत्याकांड के बाद बिहार में बवाल, पटना की सड़कों पर उतरी कांग्रेस

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.