जयपुर. राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल अब हाईटेक हो गया है. स्कूल शिक्षा में पहली बार परीक्षा की कॉपी डिजिटल तरीके से चेक की जा रही हैं. जिससे कॉपीज चेक होने में पारदर्शिता तो बढ़ेगी ही और साथ ही रिजल्ट भी जल्दी जारी कर दिया जाएगा. खास बात ये है कि जहां ये कॉपीज चेक हो रही हैं, उस पूरे परिसर को कैमरे की निगरानी में रखते हुए पेन फ्री किया गया है. ताकि कोई भी इवेलुएटर कॉपीज में छेड़छाड़ ना कर सके. वहीं इस व्यवस्था से अब प्रदेश भर के शिक्षक कॉपीज को ऑनलाइन जांच सकेंगे.
राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल उन छात्रों के लिए वरदान हैं जिनकी पढ़ाई बीच में छूट जाती है, ऐसे विद्यार्थी कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा ओपन स्कूल से पास करते है. साल 2005 में स्थापित ओपन स्कूल बोर्ड के 543 संदर्भ केंद्र को बढ़ाकर 983 कर दिया है. वहीं पहली मर्तबा डिजिटल प्रणाली को अपनाया गया है. जिसके तहत कॉपी जांचने के लिए इवेलुएटर को ओपन स्कूल कार्यालय नहीं आना पड़ेगा. फिलहाल स्ट्रीम वन की परीक्षा की कॉपी डिजिटल तरीके से जांचने का काम किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें: RBSE : मई माह के आखिरी सप्ताह में जारी होंगे 10वीं और 12वीं के परिणाम
इस संबंध में स्टेट ओपन स्कूल के निदेशक आशीष मोदी ने बताया कि ओपन स्कूल की स्ट्रीम वन में पहली बार एग्जाम कॉपी को स्कैन करके ऑनलाइन इवेलुएशन किया जा रहा है. ताकि कॉपी की सिक्रेसी मेंटेन रहे और एग्जाम रिजल्ट जल्दी प्रिपेयर किया जा सके. उन्होंने बताया कि अब तक सिर्फ जयपुर और आसपास के टीचर्स पर कॉपीज इवेलुएट करने का लोड रहता था. लेकिन अब प्रदेश के सभी टीचर्स को कॉपीज को इवेलुएट करने का मौका मिलेगा. फिलहाल जो भी कॉपीज प्राप्त हो रही हैं उन्हें रेगुलर स्कैन किया जा रहा है. इवेलुएटर्स को ऑफलाइन और ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गई है. वहीं इवेलुएटर्स ने कॉपीज चेक करना शुरू भी कर दिया है. फिलहाल 12% से 15% कॉपीज चेक की जा चुकी है. इस बार समय से पहले राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल के बोर्ड का रिजल्ट जारी कर सकेंगे.

उन्होंने स्पष्ट किया कि कॉपीज इवेलुएशन में पारदर्शिता बरतने के लिए जब कॉपी रिसीव होती है वहां से लेकर कॉफी को स्कैन करने का पूरा प्रोसेस कैमरे में कैप्चर किया जा रहा है. पूरे परिसर को कैमरे से कवर किया गया है. इस पूरे परिसर में आने-जाने के लिए सभी को आईडी कार्ड जारी किए गए हैं. मोमेंट रजिस्टर बनाया गया है और पूरे परिसर में पेन के इस्तेमाल को वर्जित किया गया है. ताकि किसी भी कॉपी को कोई दूषित न कर सके. इस व्यवस्था से राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल का रिजल्ट में और ज्यादा पारदर्शिता ला सकेंगे.

आपको बता दें कि स्टेट ओपन स्कूल में जहां अनाथ, घुमंतू दिव्यांग और बालिकाओं को फीस में शत-प्रतिशत छूट दी जाती है, वहीं ई कंटेंट के माध्यम से पढ़ाई करने पर 40 प्रतिशत की छूट दी जा रही है. इसके साथ ही अब फॉर्म भरने से लेकर मार्कशीट जारी करने की सारी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है.