ETV Bharat / state

हिमाचली आचारों की खुशबू से महका रिज मैदान, सांझा उत्सव में लोगों को भा रही सेब की चटनी और आंवला कैंडी - SANJHA UTSAV IN SHIMLA

शिमला में चल रहे सांझा उत्सव में हिमाचली सेब के आचार, चटनी और आंवला कैंडी का स्वाद लोगों को भा रहा है.

शिमला में सांझा उत्सव की रौनक
शिमला में सांझा उत्सव की रौनक (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : April 1, 2025 at 5:59 PM IST

3 Min Read

शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इन दिनों सांझा उत्सव की रौनक देखने को मिल रही है. शिमला के रिज मैदान स्थित पदमदेव परिसर में इन दिनों सांझा उत्सव का आयोजन किया गया है. सांझा उत्सव 28 मार्च को शुरू हुआ था, जिसका आज आखिरी दिन है. सांझा उत्सव में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों और हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है. उत्सव का मुख्य उद्देश्य लोगों को एक मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी प्रतिभा और संस्कृति का प्रदर्शन कर सकें.

इस उत्सव में SAGAR SHG सुजानपुर और हमीरपुर की महिलाएं अपने स्वादिष्ट उत्पादों के साथ पहुंची हैं. सागर एसएचजी सुजानपुर की महिलाएं अपने हाथों से बनाए गए अचार, पापड़, सेविया, सीरा और आंवला कैंडी जैसे स्वादिष्ट उत्पादों को बेच रही हैं. साथ ही सेब की बनी चटनी भी उनकी तरफ से बेची जा रही है.

रिज मैदान में हस्तशिल्प उत्पादों का स्टॉल
रिज मैदान में हस्तशिल्प उत्पादों का स्टॉल (ETV Bharat)

वहीं, स्टॉल लगाने वाली महिला अंजु बाला ने कहा, "राष्ट्र स्तरीय मेले में महिलाओं को अपने उत्पाद बेचने के लिए ये काफी अच्छा मौका है. सांझा उत्सव में प्रदेश के शहरी निकायों के स्वयं सहायता समूह, क्षेत्र आधारित संगठन और देश के कुछ अन्य राज्यों के स्वयं सहायता समूह ने भाग लिया है".

सांझा उत्सव में अपने उत्पादों का स्टॉल लगाने महिलाओं ने बताया कि उन्होंने इन उत्पादों को बनाने में बहुत मेहनत लगी है. वे अपने हाथों से बनाए गए इन उत्पादों को बेचकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करना चाहती हैं.

स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष अंजू बाला ने बताया कि उनके पास अलग-अलग तरह के आचार है, जो लोगों को बेहद पसंद आ रहे है. इनमें गलगल, नींबू, एलु (जो एक किस्म का फ्रूट होता है), मिक्स अचार है. इन सबकी कीमत 300 रुपये प्रति किलो है. इसके अलावा अलावा कैंडी, पापड़ और देसी टिक्का भी उनकी तरफ से यहां स्टॉल में बेचा जा रहा है.

हिमाचली आचारों की खुशबू से महका रिज मैदान
हिमाचली आचारों की खुशबू से महका रिज मैदान (ETV Bharat)
सांझा उत्सव में विक्रेता अपने स्वादिष्ट उत्पादों का स्वाद चखाकर बेच रहे हैं. यहां आने वाले लोग इन उत्पादों के स्वाद को चखने के बाद उन्हें खरीदकर घर ले जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं.

स्थानीय निवासी सोहानी ठाकुर ने कहा, "हिमाचली सेब की बनी चटनी और सभी अचार काफी अच्छे हैं. ये उत्पाद न केवल स्वादिष्ट हैं, बल्कि इन्हें बनाने में भी बहुत मेहनत और प्रेम लगाया गया है. उत्सव में आए लोगों ने इन उत्पादों की बहुत प्रशंसा की और विक्रेताओं को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी. यह उत्सव न केवल विक्रेताओं को अपने उत्पादों को बेचने का अवसर प्रदान कर रहा है, बल्कि उन्हें अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन करने का भी मौका दे रहा है".

ये भी पढ़ें: क्रोशिया के फूलों ने शिमला में बिखेरे रंग, खजूर की ब्राउनी और चॉकलेट केक का स्वाद भी लाजवाब

शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इन दिनों सांझा उत्सव की रौनक देखने को मिल रही है. शिमला के रिज मैदान स्थित पदमदेव परिसर में इन दिनों सांझा उत्सव का आयोजन किया गया है. सांझा उत्सव 28 मार्च को शुरू हुआ था, जिसका आज आखिरी दिन है. सांझा उत्सव में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों और हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है. उत्सव का मुख्य उद्देश्य लोगों को एक मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी प्रतिभा और संस्कृति का प्रदर्शन कर सकें.

इस उत्सव में SAGAR SHG सुजानपुर और हमीरपुर की महिलाएं अपने स्वादिष्ट उत्पादों के साथ पहुंची हैं. सागर एसएचजी सुजानपुर की महिलाएं अपने हाथों से बनाए गए अचार, पापड़, सेविया, सीरा और आंवला कैंडी जैसे स्वादिष्ट उत्पादों को बेच रही हैं. साथ ही सेब की बनी चटनी भी उनकी तरफ से बेची जा रही है.

रिज मैदान में हस्तशिल्प उत्पादों का स्टॉल
रिज मैदान में हस्तशिल्प उत्पादों का स्टॉल (ETV Bharat)

वहीं, स्टॉल लगाने वाली महिला अंजु बाला ने कहा, "राष्ट्र स्तरीय मेले में महिलाओं को अपने उत्पाद बेचने के लिए ये काफी अच्छा मौका है. सांझा उत्सव में प्रदेश के शहरी निकायों के स्वयं सहायता समूह, क्षेत्र आधारित संगठन और देश के कुछ अन्य राज्यों के स्वयं सहायता समूह ने भाग लिया है".

सांझा उत्सव में अपने उत्पादों का स्टॉल लगाने महिलाओं ने बताया कि उन्होंने इन उत्पादों को बनाने में बहुत मेहनत लगी है. वे अपने हाथों से बनाए गए इन उत्पादों को बेचकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करना चाहती हैं.

स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष अंजू बाला ने बताया कि उनके पास अलग-अलग तरह के आचार है, जो लोगों को बेहद पसंद आ रहे है. इनमें गलगल, नींबू, एलु (जो एक किस्म का फ्रूट होता है), मिक्स अचार है. इन सबकी कीमत 300 रुपये प्रति किलो है. इसके अलावा अलावा कैंडी, पापड़ और देसी टिक्का भी उनकी तरफ से यहां स्टॉल में बेचा जा रहा है.

हिमाचली आचारों की खुशबू से महका रिज मैदान
हिमाचली आचारों की खुशबू से महका रिज मैदान (ETV Bharat)
सांझा उत्सव में विक्रेता अपने स्वादिष्ट उत्पादों का स्वाद चखाकर बेच रहे हैं. यहां आने वाले लोग इन उत्पादों के स्वाद को चखने के बाद उन्हें खरीदकर घर ले जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं.

स्थानीय निवासी सोहानी ठाकुर ने कहा, "हिमाचली सेब की बनी चटनी और सभी अचार काफी अच्छे हैं. ये उत्पाद न केवल स्वादिष्ट हैं, बल्कि इन्हें बनाने में भी बहुत मेहनत और प्रेम लगाया गया है. उत्सव में आए लोगों ने इन उत्पादों की बहुत प्रशंसा की और विक्रेताओं को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी. यह उत्सव न केवल विक्रेताओं को अपने उत्पादों को बेचने का अवसर प्रदान कर रहा है, बल्कि उन्हें अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन करने का भी मौका दे रहा है".

ये भी पढ़ें: क्रोशिया के फूलों ने शिमला में बिखेरे रंग, खजूर की ब्राउनी और चॉकलेट केक का स्वाद भी लाजवाब

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.