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सावधान: 11 अगस्त को नाथपा डैम से छोड़ा जाएगा पानी, सतलुज नदी से बनाए रखें दूरी - Nathpa Dam Flushing

11 अगस्त कोरात्रि 12 बजे से शाम चार बजे तक नाथपा बांध से 1000 क्यूमेक से 1500 क्यूमेक तक पानी छोड़ा जाएगा.इस दौरान लोगों से 11 अगस्त को नदी के किनारों के पास न जाने की अपील की गई है. इसके साथ ही सम्बंधित अधिकारियों को नदी किनारे वाले क्षेत्र में जनता की पर्याप्त सुरक्षा के उपाय और जागरूकता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं.

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 9, 2024, 7:36 PM IST

कॉन्सेप्ट इमेज
कॉन्सेप्ट इमेज (ETV BHARAT)

शिमला: इन दिनों बरसात में नदी नाले उफान पर हैं. इसके कारण हाइड्रो परियोजनाओं में सिल्ट जमा हो रही है. इस सिल्ट को समय समय पर फ्लश आउट किया जाता है, ताकि परियोजनाओं में उत्पादन पर कोई असर ना पड़े. फ्लशिंग के समय नदियों के किनारे जाना किसी खतरे से खाली नहीं हैं. इस दौरान नदियों में जलस्तर काफी बढ़ जाता है.

11 अगस्त को नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन रामपुर का उत्तरी क्षेत्र लोड डिस्पैच सेंटर (एनआरएलडीसी) अपस्ट्रीम पावर स्टेशन 1000 मेगावाट करछम वांगतू एचपीएस और 300 मेगावाट बसपा से फ्लशिंग की जाएगी. रात्रि 12 बजे से शाम चार बजे तक नाथपा बांध से 1000 क्यूमेक से 1500 क्यूमेक तक पानी छोड़ा जाएगा.अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि जलाशय के फ्लशिंग की महत्वपूर्ण योजनाबद्ध गतिविधि के चलते लोगों से 11 अगस्त को नदी के किनारों के पास न जाने की अपील की गई है. इसके साथ ही सम्बंधित अधिकारियों को नदी किनारे वाले क्षेत्र में जनता की पर्याप्त सुरक्षा के उपाय और जागरूकता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं. इस दौरान सतलुज नदी से निर्धारित दूरी बनाने के लिए सभी ग्रामीण प्रयास करें.

सहायता के लिए इन नंबरों पर किया जा सकता है संपर्क

इसके अलावा किसी भी प्रकार की सहायता के लिए 94180-11368, 94180-27568 और 94180-02520 पर संपर्क करने कर सकते है. बता दें कि नाथपा झाकड़ी परियोजना हिमाचल की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है. सतलुज नदी पर बनी इस परियोजना को एसजेवीएन द्वारा संचालित किया जाता है. इस परियोजना की क्षमता1500 मेगावाट है. 2003 में इस परियोजना की पहली यूनिट ने काम करना शुरू किया था. 1993 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था.

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शिमला: इन दिनों बरसात में नदी नाले उफान पर हैं. इसके कारण हाइड्रो परियोजनाओं में सिल्ट जमा हो रही है. इस सिल्ट को समय समय पर फ्लश आउट किया जाता है, ताकि परियोजनाओं में उत्पादन पर कोई असर ना पड़े. फ्लशिंग के समय नदियों के किनारे जाना किसी खतरे से खाली नहीं हैं. इस दौरान नदियों में जलस्तर काफी बढ़ जाता है.

11 अगस्त को नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन रामपुर का उत्तरी क्षेत्र लोड डिस्पैच सेंटर (एनआरएलडीसी) अपस्ट्रीम पावर स्टेशन 1000 मेगावाट करछम वांगतू एचपीएस और 300 मेगावाट बसपा से फ्लशिंग की जाएगी. रात्रि 12 बजे से शाम चार बजे तक नाथपा बांध से 1000 क्यूमेक से 1500 क्यूमेक तक पानी छोड़ा जाएगा.अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि जलाशय के फ्लशिंग की महत्वपूर्ण योजनाबद्ध गतिविधि के चलते लोगों से 11 अगस्त को नदी के किनारों के पास न जाने की अपील की गई है. इसके साथ ही सम्बंधित अधिकारियों को नदी किनारे वाले क्षेत्र में जनता की पर्याप्त सुरक्षा के उपाय और जागरूकता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं. इस दौरान सतलुज नदी से निर्धारित दूरी बनाने के लिए सभी ग्रामीण प्रयास करें.

सहायता के लिए इन नंबरों पर किया जा सकता है संपर्क

इसके अलावा किसी भी प्रकार की सहायता के लिए 94180-11368, 94180-27568 और 94180-02520 पर संपर्क करने कर सकते है. बता दें कि नाथपा झाकड़ी परियोजना हिमाचल की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है. सतलुज नदी पर बनी इस परियोजना को एसजेवीएन द्वारा संचालित किया जाता है. इस परियोजना की क्षमता1500 मेगावाट है. 2003 में इस परियोजना की पहली यूनिट ने काम करना शुरू किया था. 1993 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था.

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