खंडवा : मध्यप्रदेश के खंडवा शहर में पानी मांगने पर केस दर्ज कर देने का मामला सामने आया है. दरअसल, जलसंकट से जूझ रहे एक क्षेत्र की महिलाओं ने चक्काजाम कर दिया, जिसके बाद नगर निगम ने महिलाओं सहित 8 लोगों पर एफआईआर दर्ज करा दी. निगम अधिकारी की तरफ से शिकायत मिलने पर कोतवाली थाने में ये कार्रवाई की गई.
पानो को लेकर क्यों हो रहा बवाल?
खंडवा शहर में इन दिनों जनता पानी को लेकर परेशान है. लोगों के घर तक पानी पहुंचाना तो दूर पानी के टेंकर भी नहीं पहुंच रहे हैं. स्थानीय लोगों की शिकायत है कि नर्मदा जल की पाइप लाइन लगातार फूटने से जल संकट गहरा गया है. पेयजल व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है. जल संकट से झूझते लोगों का कहना है कि शिकायत करने पर पुलिस कार्रवाई की दोहरी मार पड़ रही है.
एसडीएम से महिलाओं की बहस, अगले दिन मामला दर्ज
रविवार को शहर में कुछ ऐसा ही देखने मिला, जब इंदिरा चौक पर बाहेती कालोनी की महिलाओं और पुरुषों ने चक्काजाम कर दिया. महिलाएं सड़क पर खड़ी हो गईं औऱ जानकारी लगते है जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम बजरंग बहादुर और तहसीलदार महेश सोलंकी कोतवाली पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे.
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तभी वहां मौजूद एसडीएम बहादुर और पानी मांग रही महिलाओं के बीच कहासुनी हो गई. इसके बाद दूसरे दिन सोमवार को कोतवाली थाने में पीने के पानी के लिए प्रदर्शन करने वाली महिलाओं सहित 8 पर केस दर्ज हो गया. प्रदर्शन में शामिल निगम के नेता प्रतिपक्ष दीपक उर्फ मल्लू राठौर व कांग्रेस नेता अर्श पाठक पर भी मामला दर्ज किया गया है.
कलेक्टर के आदेश का उल्लंघन
सभी पर आरोप है कि उन सभी ने जिला दण्डाधिकारी के आदेश का उलंघन किया गया है, इसी के चलते उनपर केस दर्ज हुआ है. अपने उपर हुई इस कार्रवाई को लेकर नेता प्रतिपक्ष मल्लू राठौर ने कहा, '' यह अन्याय है, प्रशासन के अधिकारियों और आम लोगों के बीच हो रही तकरार को सुलझाने और समझाइश देकर मामला शांत कराने कांग्रेस के कार्यकर्ता गए थे. पुलिस ने उल्टा उन पर ही केस दर्ज कर दिया. इस मामले में कोतवाली टीआई अशोक सिंह चौहान ने कहा, '' निगम की शिकायत के आधार पर कार्रवाई की गई है.''