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पंचकूला: मौली गांव में तनाव की स्थिति, 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात, घुड़चढ़ी को लेकर हुआ था विवाद - FIGHT IN TWO GROUPS IN PANCHKULA

Fight between two groups in Panchkula: पंचकूला रायपुररानी मौली गांव में दो गुटों के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है.

Fight between two groups in Panchkula
Fight between two groups in Panchkula (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : April 11, 2025 at 10:17 AM IST

3 Min Read

पंचकूला: रायपुररानी मौली गांव में दो गुटों के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है. जिसके तहत पुलिस ने गांव में करीब 100 पुलिसकर्मियों की तैनाती है. एक अस्थाई पुलिस चौकी भी स्थापित कर दी है. अप्रैल महीने से दो गुटों के बीच स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है. 7 अप्रैल 2025 को दलित समुदाय के युवक की बारात गांव मौली पहुंची. उस दौरान बारात में शामिल लोगों ने हंगामे की कोशिश की. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उपद्रव का प्रयास करने वाले कुछ युवकों पर हल्का लाठीचार्ज कर खदेड़ना पड़ा था.

डीसीपी ने गांव मौली का लिया जायजा: डीसीपी पंचकूला हिमाद्री कौशिक ने गत दिवस गांव मौली का दौरा कर वहां कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया. साथ ही मौके पर आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए. गांव में हाल ही में हुए जातीय विवाद में शांति और सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से डीसीपी द्वारा गांव में अस्थाई पुलिस चौकी स्थापित करने के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा गांव में लगभग 100 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए निगरानी कर रहे हैं.

गांव के भीतर और सीमाओं पर 7 पुलिस नाके: गांव के भीतर और गांव की सीमाओं पर कुल 7 नाके लगाए गए हैं, जिससे किसी भी प्रकार की अवांछनीय गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके. डीसीपी हिमाद्री कौशिक ने ग्रामीणों से अपील कर कहा है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करते हुए शांति बनाए रखें. उन्होंने स्पष्ट किया कि गांव में पूर्ण शांति और सामान्य स्थिति बहाल नहीं होने तक पुलिस की कड़ी निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था बनी रहेगी. इसके अलावा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए रोजाना एक अतिरिक्त पुलिस कंपनी गांव में तैनात रहेगी.

दंगा विरोधी उपकरणों से लैस होकर डटे हैं पुलिसकर्मी: डीसीपी ने आदेश दिया कि सभी तैनात पुलिसकर्मी दंगा विरोधी उपकरणों के साथ सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें. उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था में कोई ढिलाई न बरती जाए.

दो गुटों के बीच विवाद की आशंका: गौरतलब है कि बीती 7 अप्रैल को गांव मौली में एक शादी समारोह के दौरान दलित युवक की घुड़चढ़ी को लेकर जातीय विवाद उत्पन्न हो गया था. राजपूत और दलित समुदाय के बीच विवाद की स्थिति बन गई थी, लेकिन पुलिस-प्रशासन की तैयारी और भारी पुलिस बल की मुस्तैदी से स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया था.

पुलिस अधिकारी भी रहे मौजूद: डीसीपी हिमाद्री कौशिक के गांव मौली में पहुंचने के दौरान एसीपी शसुरेंद्र ड्यूडी, इंस्पेक्टर सोमबीर ढाका रायपुररानी थाना प्रभारी और मौली चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर रवि प्रकाश भी उपस्थित रहे. सभी अधिकारियों ने गांव में कानून व्यवस्था की समीक्षा कर पुलिस बल को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. गांव में शांति और सौहार्द बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

ये भी पछ़ें- हरियाणा में दलित दूल्हे के घोड़ी चढ़ने के दौरान दबंगों ने की फायरिंग, एक युवती घायल, आरोपी मौके से फरार - दलित दूल्हे के घोड़ी चढ़ने पर फायरिंग

ये भी पढ़ें- भिवानी में बेटा-बेटी एक समान का समाज को संदेश, पिता ने शादी से पहले दोनों बेटियों की निकाली घुड़चढ़ी - DAUGHTERS HORSE RIDING IN BHIWANI

पंचकूला: रायपुररानी मौली गांव में दो गुटों के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है. जिसके तहत पुलिस ने गांव में करीब 100 पुलिसकर्मियों की तैनाती है. एक अस्थाई पुलिस चौकी भी स्थापित कर दी है. अप्रैल महीने से दो गुटों के बीच स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है. 7 अप्रैल 2025 को दलित समुदाय के युवक की बारात गांव मौली पहुंची. उस दौरान बारात में शामिल लोगों ने हंगामे की कोशिश की. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उपद्रव का प्रयास करने वाले कुछ युवकों पर हल्का लाठीचार्ज कर खदेड़ना पड़ा था.

डीसीपी ने गांव मौली का लिया जायजा: डीसीपी पंचकूला हिमाद्री कौशिक ने गत दिवस गांव मौली का दौरा कर वहां कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया. साथ ही मौके पर आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए. गांव में हाल ही में हुए जातीय विवाद में शांति और सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से डीसीपी द्वारा गांव में अस्थाई पुलिस चौकी स्थापित करने के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा गांव में लगभग 100 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए निगरानी कर रहे हैं.

गांव के भीतर और सीमाओं पर 7 पुलिस नाके: गांव के भीतर और गांव की सीमाओं पर कुल 7 नाके लगाए गए हैं, जिससे किसी भी प्रकार की अवांछनीय गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके. डीसीपी हिमाद्री कौशिक ने ग्रामीणों से अपील कर कहा है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करते हुए शांति बनाए रखें. उन्होंने स्पष्ट किया कि गांव में पूर्ण शांति और सामान्य स्थिति बहाल नहीं होने तक पुलिस की कड़ी निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था बनी रहेगी. इसके अलावा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए रोजाना एक अतिरिक्त पुलिस कंपनी गांव में तैनात रहेगी.

दंगा विरोधी उपकरणों से लैस होकर डटे हैं पुलिसकर्मी: डीसीपी ने आदेश दिया कि सभी तैनात पुलिसकर्मी दंगा विरोधी उपकरणों के साथ सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें. उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था में कोई ढिलाई न बरती जाए.

दो गुटों के बीच विवाद की आशंका: गौरतलब है कि बीती 7 अप्रैल को गांव मौली में एक शादी समारोह के दौरान दलित युवक की घुड़चढ़ी को लेकर जातीय विवाद उत्पन्न हो गया था. राजपूत और दलित समुदाय के बीच विवाद की स्थिति बन गई थी, लेकिन पुलिस-प्रशासन की तैयारी और भारी पुलिस बल की मुस्तैदी से स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया था.

पुलिस अधिकारी भी रहे मौजूद: डीसीपी हिमाद्री कौशिक के गांव मौली में पहुंचने के दौरान एसीपी शसुरेंद्र ड्यूडी, इंस्पेक्टर सोमबीर ढाका रायपुररानी थाना प्रभारी और मौली चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर रवि प्रकाश भी उपस्थित रहे. सभी अधिकारियों ने गांव में कानून व्यवस्था की समीक्षा कर पुलिस बल को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. गांव में शांति और सौहार्द बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

ये भी पछ़ें- हरियाणा में दलित दूल्हे के घोड़ी चढ़ने के दौरान दबंगों ने की फायरिंग, एक युवती घायल, आरोपी मौके से फरार - दलित दूल्हे के घोड़ी चढ़ने पर फायरिंग

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