लखनऊ: जनऔषधि केंद्र में अब शक्तिवर्धक दवाएं और च्यवनप्राश भी मिलेगा. गुणवत्तायुक्त यह सभी औषधियां सस्ते दामों पर मिलेंगी. यही नहीं पुरुषों के लिए ताकत या फिर स्टैमिना बढ़ाने वाली गोलियां और परिवार नियोजन की सहायक औषधियां भी उपलब्ध होंगी. पुदीना की गोली से लेकर शिलाजीत तक यहां मिलेगा.
जनऔषधि केंद्र दवाओं की रेंज और बढ़ा रहा है. यह शक्तिवर्धक दवाएं बाजार भाव से 50 से 70 फीसदी कम दर पर मिल सकेंगी. और तो और रुई, पट्टी समेत तमाम सर्जिकल आइटम भी यहां मिलेंगे. मरीजों की जरूरत को देखते हुए चिकित्सक अस्पताल से मिलने वाली मुफ्त दवाओं के साथ ही अन्य जरूरी दवाएं भी लिखते हैं.

बाजार में इन दवाओं की कीमत अधिक होने के कारण कई बार डॉक्टर मरीज की आर्थिक स्थित को देखते हुए दवाएं लिखने से परहेज करते हैं. ऐसे में मरीज को जल्द स्वास्थ्य लाभ मिलने में दिक्कत होती है. लोगों को सस्ती दवाएं मुहैया कराने के लिए सरकारी अस्पतालों के आलावा बाजारों में भी प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोले गए हैं.
वर्तमान में लखनऊ में 220 केंद्र संचालित हो रहे हैं. यहां पर जेनरिक दवाइयों की बिक्री की जाती है. देश में मिलने वाली 87 फीसदी तक ब्रांडेड दवाएं भी इन केंद्रों पर 50 से 70 फीसदी तक सस्ते दर पर आसानी से उपलब्ध हो रहीं हैं. यह सुविधा केंद्र सरकार की ओर से संचालित महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है.
कुछ दिनों पहले हुए टेंडर के बाद कई अन्य दावों को जोड़ा गया है, जो यहां आसानी से मिल सकेंगी. करीब 1800 से अधिक प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं.
सीएचसी पर भी खुलेंगे केंद्र: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर इलाज के लिए आने वाले मरीजों को महंगी दवाएं नहीं खरीदनी पड़ेगी. उन्हें अस्पताल से ही जेनेरिक दवाएं बाजार से 50 से 70 फीसदी कम पर उपलब्ध हो सकेंगी. इसके लिए केंद्रों पर प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र खोले जाएंगे.
शासन से अनुमति मिलने के बाद अफसरों ने नए केंद्र खुलवाने की कवायद तेज कर दी है. सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने बताया की 18 सीएचसी पर प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र खोलने की प्रक्रिया पूरी कराई जा रही है. यह केंद्र खुलने के बाद मरीजों को काफी सहूलियत मिलेगी.
प्रदेश में 1000 नए केंद्र खुलेंगे: फार्मासियुक्टिकल एंड मेडिकल डिवाइस ब्यूरो ऑफ इंडिया के नोडल अफसर नितिन सिंह का कहना है कि मरीजों को सस्ती दवाएं मुहैया कराने के लिए सरकार प्रयासरत है. प्रदेश में जल्द ही 1000 नए जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे. ताकि मरीजों को घर के नजदीक दवा और सर्जिकल सामान उपलब्ध कराया जा सकेगा.
उन्होंने बताया मौजूदा समय में प्रदेश में 2662 जन औषधि केंद्र का संचालन हो रहा है. अकेले लखनऊ में जन औषधि केंद्र की संख्या 220 है. मरीजों को और आसानी से जेनेरिक दवाएं मिल सके इसके लिए 1000 जन औषधि केंद्र और खोले जाएंगे. इसमें लखनऊ में करीब 25 नए जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे. इनमें से 18 स्वास्थ्य केंद्रों पर खुलेंगे.
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