नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर-12 के डब्ल्यू ब्लॉक स्थित किराये के मकान में लूट के बाद मनी एक्सचेंज की हत्या करने वाले बदमाशों और पुलिस के बीच सेक्टर-54 के जंगल में मुठभेड़ हुई. पुलिस ने दोनों शातिर बदमाशों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया. पैर में गोली लगने से दोनों बदमाश घायल हो गए हैं. इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त अवैध शस्त्र व ठगी किये गये भारतीय/विदेशी करेंसी, एक चोरी की मोटरसाईकिल एवं घटना में प्रयुक्त अन्य सामान बरामद किया गया है.
मनी एक्सचेंजर की हत्या करने वाले बदमाश गिरफ्तार: डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि 11 जून को मनी एक्सचेंज की दुकान करने वाले ओमपाल भाटी की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. मामले का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस की पांच टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थीं. 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस बदमाशों के बेहद करीब पहुंच गई थी. शुक्रवार शाम को सेक्टर-54 एलिवेटेड के नीचे फेज तीन की तरफ जाने वाली सड़क पर जब पुलिस की टीमें तलाशी अभियान चला रही थीं, तभी एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर दो व्यक्ति उधर से गुजरे. संदिग्ध लगने पर जब पुलिस टीम ने बाइक सवारों को रुकने का इशारा किया तो वे तेजी से भागने लगे. पीछा करने पर बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस पर फायर कर दिया. जवाबी कार्रवाई में पैर में गोली लगने से दोनों बदमाश घायल हो गए.
उन्होंने बताया कि पूछताछ करने पर पता चला कि दोनों वही हैं, जिन्होंने बीते दिनों लूट के बाद मनी एक्सचेंजर की हत्या की थी. बदमाशों की पहचान गाजियाबाद के लोनी निवासी मुकुल शर्मा और महोबा निवासी आकाश उपाध्याय के रूप में हुई. मनी एक्सचेंजर पर गोली मुकुल ने चलाई थी. वही आकाश उपाध्याय के खिलाफ गाजियाबाद और नोएडा के अलग-अलग थानों में आठ मुकदमे दर्ज होने की जानकारी मिली है. अन्य थानों से भी दोनों का आपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है. पुलिस ने लूट की योजना बनाने में बदमाशों की मदद करने वाले मुकुल के पिता अजय कुमार शर्मा उर्फ अज्जू व संरक्षण देने वाले दिल्ली के नवादा निवासी आर्यन यादव को भी गिरफ्तार किया है. अजय कुमार शर्मा शातिर ठग है और उसके खिलाफ कई राज्यों में 20 से अधिक मुकदमे विभिन्न धाराओं में दर्ज है. वह 1998 से वारदात कर रहा है. अकाश नोएडा मे तैनात रह चुके सब इंसपेक्टर स्व. देवदत्त उपाध्याय का बेटा है.
ऐसे वारदात को अंजाम देते थे बदमाश:
पूछताछ के दौरान बदमाशों ने बताया कि ठगी के लिए वे किसी भी शहर के प्रमुख बाजारों में विदेशी मुद्रा की बदली करने वाले ऐसे दुकानदारों को खोजते हैं जो आसानी से भारतीय रुपये के बदले विदेशी मुद्रा देने के लिए राजी हो जाते हैं. इसके बाद शहर में किराये का मकान लेते हैं. फिर किराये के मकान में मनी एक्सचेंज करने वाले दुकानदार को बुलाया जाता है. बदमाश मकान को खुद का बताते हैं. दुकानदार को यकीन दिलाने के लिए बदमाश अपने पास लाखों की भारतीय मुद्रा रखते हैं. इसे दिखाकर वे विदेशी मुद्रा लेने की बात दुकानदार से कहते हैं. जैसे ही दुकानदार कमरे में दाखिल होता है बदमाश उसे असलहे के बल पर डराकर विदेशी मुद्रा लेकर फरार हो जाते हैं. इस बार दुकानदार बदमाशों से उलझ गया, ऐसे में उसे मार दी गई.
बदमाशों ने खुद को बचाने के लिए गोली मारी: डीसीपी नोएडा ने बताया कि वारदात के बाद से बदमाशों ने अपना मोबाइल बंद कर दिया था. मामले को लेकर पुलिस ने कई संदिग्धों से पूछताछ की जिससे जानकारी मिली कि बदमाश हत्या के इरादे से नहीं आए थे. बताया जा रहा है कि रकम लूटने का जब मनी एक्सचेंजर ने विरोध किया और दोनों पर भारी पड गया, तब बदमाशों ने खुद को बचाने के लिए उसे गोली मारी. प्लान के तहत बदमाशों ने भागने वाले रास्तों की पहले से रेकी कर रखी थी, लेकिन भागते समय स्कूटी स्टार्ट नहीं हुई थी. ऐसे में बदमाश वारदात के बाद पैदल ही भागे थे. इसके बाद बदमाश दिल्ली में अपने दोस्त आर्यन के फ्लैट पर रुके थे, पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है.
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