अंबाला: हरियाणा के अंबाला छावनी में स्थित 170 साल पुरानी जामा मस्जिद में आज ईद के त्यौहार पर मुसलमानों ने नमाज अदा की. इस दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर ईद का त्योहार मनाया. इस अवसर पर मस्जिद में भारी संख्या में मुसलमान पहुंचे थे. जिन्होंने ईद की नमाज की अदा की और अल्लाह का शुक्रिया किया. नमाज अदा करने के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी और त्यौहार की शुभकामनाएं दी.
ईद के दिन नमाज अदा: इस मौके पर मस्जिद के इमाम के लोगों को ईद के महत्व और इसके पीछे की कहानी के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि ईद एक ऐसा त्योहार है, जो मुसलमानों के लिए बहुत अहम है. क्योंकि यह रमजान के महीने के अंत में आता है. मुसलमानों के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है. उन्होंने बताया कि ये मस्जिद करीब 170 साल पुरानी है. जब से छावनी बनी थी. उन्होंने कहा कि उनके एक माह तक लगातार रोजे होते हैं. ये रोजे कल ही खुले हैं. आज ईद का त्यौहार मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे अपने देश के लिए दुआ करते हैं, कि सब जगह पर सुख-शांति रहे.
रमजान के बाद ईद का त्योहार: ईद का त्योहार रमजान के महीने के अंत में आता है. मुसलमानों के लिए यह एक नई शुरुआत का प्रतीक है. उन्होंने बताया कि ये मस्जिद करीब 170 साल पुरानी है. जब से छावनी बनी थी, उन्होंने कहा कि उनके एक माह तक लगातार रोजे होते हैं और ये रोजे कल ही खुले हैं. आज ईद का त्योहार मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे अपने देश के लिए दुआ करते हैं कि सब जगह सुख शांति बनी रहे.
अंबाला में धूमधाम से मनाया ईद का त्योहार: इस अवसर पर लोगों ने अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर ईद का त्योहार मनाया और एक दूसरे को उपहार दिए. बच्चों ने नए कपड़े पहने और ईद के रूप में पैसे उपहार प्राप्त किए. वहीं, नमाज अदा करने आये लोगों ने कहा कि ये त्योहार भाईचारे का त्योहार है. इस अवसर पर उन्होंने नमाज अदा की है. उन्होंने कहा कि एक माह के रोजे रखने के बाद फिर ये त्यौहार मनाया जाता है. कुल मिलाकर अंबाला छावनी की जामा मस्जिद में ईद का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया गया.
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