नूंह: सोमवार को देशभर में हर्षोल्लास के साथ मुसलमानों का सबसे बड़ा पर्व ईद उल फितर मनाया गया. ईद उल फितर के अवसर पर बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग नए-नए कपड़े व तरह-तरह की खुशबू के इत्र लगाकर ईदगाह में नमाज अदा करने के लिए पहुंचे. पिनगवां की शाही ईदगाह में नए-नए कपड़ों में मुसलमान अब नमाज पढ़ने के लिए एक साथ खड़े हुए और एक साथ हजारों हाथों ने मुल्क व दुनिया में अमन व शांति के लिए दुआ मांगी तो नजारा देखने लायक था. वहीं, आपको बता दें कि फिलिस्तीन और वक्फ संशोधन की सलामती के लिए दुआ मांगी गई.
ईद के दिन अदा की नमाज: नूंह जिले के पिनगवां कस्बे की जामा मस्जिद के इमाम मौलाना जहीर ने ईदगाह पिनगवां में ईद उल फितर की नमाज अदा कराई. नमाज अदा करने से पहले मौलाना जहीर ने मुसलमानों को बुराइयों से बचने और अच्छाई के रास्ते पर चलने की सीख दी. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि दुनिया व देश में अमन शांति बरकरार रहनी चाहिए. ईद-उल-फितर अमन व शांति का प्रतीक है.
एकता का प्रतीक ईद: इसके अलावा, ईदगाह में नमाज अदा करने आए मुसलमानों ने बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें ईद उल फितर की नमाज अदा करने से बड़ी खुशी मिलती है. इसके अलावा, यह त्यौहार हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है. नूंह जिले में दशकों से हिंदू-मुस्लिम एकता बरकरार रही है. ईद हो या दीपावली हो हिंदू-मुस्लिम दोनों समाज के लोग एक-दूसरे के घर खाना खाने जाते हैं. यही इस इलाके के भाईचारे और शांति की पहचान है. भविष्य में भई अमन व शांति बरकरार रहे. इसकी हर संभव कोशिश की जाती है.
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