रांची: झारखंड के अंदरूनी और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शैडो एरिया को समाप्त करने के लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय की तरफ से पहल शुरू की गई है. इसके तहत सभी प्रभावित इलाकों में मोबाइल नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा.
एडीजी ने जानी जमीनी हकीकत
झारखंड के कई ऐसे अंदरूनी और नक्सल प्रभावित इलाके हैं, जहां आज के दौर में भी मोबाइल नेटवर्क या तो है ही नहीं या फिर जहां है भी वहां सही तरीके से काम नहीं करता है. जिस इलाके में मोबाइल नेटवर्क नहीं होता है, उसे शैडो एरिया में रखा जाता है. शैडो एरिया को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए और राज्य के अंदरूनी एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगाये जा रहे मोबाइल टावर में आ रही समस्या को लेकर एडीजी अभियान डॉ संजय आनंद राव लाठकर के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विस्तृत रूप से समीक्षा की गयी.
बैठक में आईजी अभियान अमोल विनुकांत होमकर के साथ-साथ दूरसंचार विभाग के उप-महानिदेशक पांडेय विजय भूषण प्रसाद, निदेशक देव शंकर के अलावा एयरटेल और बीएसएनएल के पदाधिकारी पुलिस मुख्यालय में मौजूद रहे. जबकि वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से एसपी चाईबासा, कोडरमा, चतरा, हजारीबाग, पलामू, खूंटी, लातेहार, गिरिडीह, गोड्डा, साहिबगंज के साथ-साथ रांची के ग्रामीण एसपी भी शामिल रहे.
जल्द खत्म हो शैडो एरिया
बैठक के क्रम में एडीजी ने द्वारा यह निर्देश दिया गया है कि सभी वरीय पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक मोबाइल टावर लगाने में आ रही समस्या का समाधान के लिए संबंधित मोबाइल कंपनी के पदाधिकारी, जिले के उपायुक्त से समन्वय स्थापित कर अग्रतर कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही, इस कार्य पर त्वरित कार्रवाई के लिए समय-सीमा निर्धारित करें तथा सतत निगरानी सुनिश्चित करें ताकि सुदूर, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को दूरसंचार नेटवर्क से जोड़ा जा सके और झारखंड में शैडो एरिया को समाप्त किया जा सके.
ये भी पढ़ें: आपके फोन पर किया गया एक क्लिक पड़ सकता है भारी, जाना पड़ सकता है जेल!
झारखंड में पहली बार होगा वायुसेना का एयर शो, इस दिन लोग उठाएंगे लुत्फ, तैयारियों को लेकर हुई बैठक
रामनवमी शोभा यात्रा रुट पर ड्रोन सर्विलांस शुरू, शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर