रांची: मातृ भाषा में प्राथमिक शिक्षा और राज्य के सरकारी विद्यालयों में जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं की पढ़ाई पश्चिम बंगाल की तर्ज पर राज्य में लागू करने के उद्देश्य से शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट राज्य के शिक्षामंत्री रामदास सोरेन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सौंप दी.
गुरुवार को कैबिनेट की बैठक के बाद शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सीएमओ में जाकर रिपोर्ट सौंपने के बाद कहा कि अब इस पर मुख्यमंत्री स्तर पर आगे का निर्णय होगा.
शिक्षा मंत्री के आदेश पर गठित हुई थी कमेटी, बंगाल का किया था दौरा
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखंड के मंत्री रामदास सोरेन के निर्देश पर राज्य में जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं की पढ़ाई लागू करने के उद्देश्य से विभागीय सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया था. निदेशक प्राथमिक शिक्षा एवं विभाग के संयुक्त सचिव सहित कई अन्य वरीय पदाधिकारियों को पश्चिम बंगाल में उक्त भाषाओं की चल रही पढ़ाई के अध्ययन हेतु पड़ोसी राज्य भेजा गया था.
कमेटी पश्चिम बंगाल में क्षेत्रीय और जनजातीय भाषाओं की पढ़ाई का मॉडल का अध्ययन कर, वहां के विभागीय अधिकारियों से बातचीत और धरातल पर सरकारी विद्यालयों की विस्तृत जानकारी लेकर यह रिपोर्ट तैयार की है. उच्च स्तरीय समिति ने पश्चिम बंगाल के मॉडल का वहां अध्ययन कर रिपोर्ट विभागीय मंत्री रामदास सोरेन को सौपी थी, जिसे अब अग्रतर कार्रवाई के लिए विभागीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को सौंप दी है.
शिक्षामंत्री ने कहा कि उनकी और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में चल रही INDIA गठबंधन की सरकार का मानना है कि मातृ भाषा और क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषा में पढ़ाई होने से बच्चों की प्रतिभा और अधिक निखरेगी और उनका सर्वांगीण विकास होगा.
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