कुचामनसिटी : प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर डीडवाना कुचामन जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने धनकोली गांव के सरकारी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में वक्फ कानून को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि 2013 में जो वक्फ बिल लाया गया था, वो देश का सर्वनाश करने वाला बिल था. वह बिल भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने वाला कानून था.
उन्होंने आरोप लगाया कि उस वक्फ बिल में प्रावधान किया गया था कि इस्लाम को मानने वाले लोग अगर कहीं भी धार्मिक या सांस्कृतिक आयोजन कर लेते और बाद में वे उस जमीन पर दावा कर देते तो वह जमीन वक्फ बोर्ड के नाम कर दी जाती थी. इसके बाद यह भी प्रावधान कर दिया कि कोई भी पीड़ित न तो आपत्ति कर सकता है, न ही अदालत जा सकता है. केवल वक्फ ट्रिब्यूनल में ही इस मामले में अपील की जा सकती थी.
गरीब मुसलमान का भी भला होगा : उन्होंने आरोप लगाया कि यह भी प्रावधान किया गया था कि वक्फ ट्रिब्यूनल में न्याय करने वाले सभी लोग केवल और केवल इस्लाम को मानने वाले ही रहेंगे. ऐसे में पीड़ित लोगों को कैसे न्याय मिलेगा? ऐसा करके लाखों बीघा जमीनों पर वक्फ बोर्ड ने कब्जे कर लिए. यहां तक कि 25000 मंदिरों पर भी वक्फ बोर्ड ने दावा ठोक रखा है. उस बिल से किसी मुसलमान का भला नहीं हुआ, बल्कि सैकड़ों मुसलमानों की भी जमीनें वक्फ बोर्ड ने छीन ली. मगर अब नरेंद्र मोदी की सरकार जो नया वक्फ संशोधन बिल लाई है, उससे वक्फ बोर्ड की मनमानी पर रोक लगेगी. साथ ही गरीब मुसलमान का भी भला होगा, इसलिए देश का साधारण मुसलमान भी इस बिल से खुश है. इस बिल का विरोध वे मठाधीश कर रहे हैं, जिन्होंने खुद वक्फ की जमीनों पर कब्जे कर रखे थे.
बिल कांग्रेस का षड्यंत्र : उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार 2011 में सांप्रदायिक हिंसा लक्षित अधिनियम बिल लेकर आई थी, जिसका उद्देश्य किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक हिंसा में केवल और केवल हिंदुओं को ही दोषी ठहराना था. इस बिल में प्रावधान था कि अगर मुसलमानों और गैर मुसलमानों में किसी का झगड़ा हो जाए और झगड़े में गैर मुसलमान की हत्या हो जाए, उनके घर जल जाएं, महिलाओं के साथ दुष्कर्म हों तब भी दोष मुसलमान का नहीं होगा. इसमें भी दोष गैर मुसलमानों का ही होगा. यह मसौदा सोनिया गांधी ने तैयार किया था. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठनों ने इसका पुरजोर विरोध किया, इसलिए यह बिल लोकसभा में नहीं आ सका. यह बिल कांग्रेस का षड्यंत्र था, ताकि इस देश को इस्लामी राष्ट्र बनाया जा सके. कांग्रेस की सोच देश का सर्वनाश करने की थी, ताकि यह देश फिर से गुलाम बन जाए. मगर कांग्रेस का यह षड्यंत्र कभी सफल नहीं होंगा. अगर उनके पूर्वज भी कब्रों से निकल कर आ जाएं, तब भी उनका यह षड्यंत्र सफल नहीं होने देंगे.