कुचामनसिटी: प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने रविवार को जिले के ग्राम ललासरी की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का दौरा किया. वहीं ग्राम धनकोली की शहीद जीवनराम खसवां विद्यालय में सांगलिया पीठ के पीठाधीश्वर ओमदास महाराज के सानिध्य में आयोजित भामाशाह अभिनंदन, गुरु वंदन व पूर्व विद्यार्थी संगम कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि कोर्ट से अनुमति मिलते ही 25000 तृतीय श्रेणी शिक्षकों का द्वितीय श्रेणी में प्रमोशन किया जाएगा.
शिक्षा मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि स्कूल समय का पूरा उपयोग केवल शैक्षिक कार्य में होना चाहिए. इसके लिए सभी शिक्षकों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि स्कूल समय में कोई भी शिक्षक ना तो किसी मंदिर जाएगा ना ही कोई शिक्षक नमाज पढ़ने जाएगा. इसका उल्लंघन करने वाले शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही 25000 तृतीय श्रेणी शिक्षकों का द्वितीय श्रेणी में प्रमोशन करने वाली है. इसके लिए न्यायालय से भी निवेदन किया है. न्यायालय से अनुमति मिलते ही तृतीय श्रेणी शिक्षकों का प्रमोशन तत्काल कर दिया जाएगा.
बच्चों को पढ़ाएंगे पूर्वजों का वास्तविक इतिहास: मीडिया से बातचीत में शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे महापुरुषों और क्रांतिकारियों का इतिहास वीरता से भरा और गौरवशाली रहा है. लेकिन दुर्भाग्य है कि हमें गलत इतिहास पढ़ाया गया. गलत पुस्तकों के माध्यम से हम पर गलत इतिहास का बोझ डाला था. लेकिन अब इतिहास का पुनर्लेखन किया जा रहा है. नई किताबें आएंगी, तो बच्चों को हमारे पूर्वजों का वास्तविक इतिहास पता चलेगा. दिलावर ने कहा कि मैं गारंटी देता हूं कि बच्चों को हमारे पूर्वजों का उज्जवल इतिहास पढ़ाया जाएगा. हम बच्चों को किसी भी सूरत में गलत इतिहास नहीं पढ़ने देंगे.
भामाशाहों को प्रोत्साहित कर रही सरकार: इससे पहले उन्होंने विद्यालय विकास के लिए डेढ़ करोड़ रुपए का योगदान देने वाले भामाशाह सांवर हर्षवाल का अभिनन्दन किया. इस अवसर पर स्कूल निरीक्षण के दौरान उन्होंने व्यवस्थाओं पर संतोष जताया. साथ ही स्कूल में उपलब्ध संसाधनों और विद्यालय के रिजल्ट पर विद्यालय स्टाफ की सराहना की. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है कि सरकारी स्कूलों का शैक्षिक स्तर सुधारा जाए और विद्यार्थियों के लिए सभी संसाधन उपलब्ध हों. इसके लिए हमारी सरकार भामाशाहों को भी प्रोत्साहित कर रही है. वहीं उत्कृष्ट रिजल्ट देने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत भी कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों का शैक्षिक वातावरण बेहतर हो, इसके लिए योग्य व संस्कारित शिक्षकों की नियुक्तियां की गई हैं.