जयपुर: दिल्ली में नेशनल हेराल्ड सहित कांग्रेस के कई ठिकानों पर ईडी की रेड कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और इस कार्रवाई को दुर्भावना से ग्रसित कार्रवाई करार दिया है. इधर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कांग्रेस के ठिकानों पर ईडी कार्रवाई की आलोचना की है.
गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मोदी सरकार की एजेंसी ईडी द्वारा कांग्रेस पार्टी और नेशनल हेराल्ड की 661 करोड़ रुपए कीमत की संपत्तियों को कब्जे में लेने की कार्रवाई लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास है. गहलोत ने कहा कि भाजपा सरकार की मंशा है कि ऐसे प्रयासों से वह धीरे-धीरे कांग्रेस को आर्थिक रूप से अक्षम बना दे.
मोदी सरकार की एजेंसी ED द्वारा कांग्रेस पार्टी और नेशनल हेराल्ड की 661 करोड़ रुपये कीमत की संपत्तियों को कब्जे में लेने की कार्रवाई लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 15, 2025
भाजपा सरकार की मंशा है कि ऐसे प्रयासों से वह धीरे-धीरे कांग्रेस को आर्थिक रूप से अक्षम बना दे।…
लोकसभा चुनाव से पहले आयकर विभाग के जरिए कांग्रेस के बैंक खातों को सील कर ऐसा प्रयास किया गया था. पहले आईटी और अब ईडी की ये कार्रवाई निंदनीय है. नेशनल हेराल्ड केस को अब पांच साल से भी अधिक का समय हो गया है. ईडी कांग्रेस के खिलाफ तो गैर-कानूनी रूप से कार्रवाई कर रही है.
भाजपा नेताओं को एक भी नोटिस नहीं : गहलोत ने भाजपा नेताओं पर ईडी की कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा कि भाजपा को मिले इलेक्टोरल बॉन्ड्स में साफ तौर पर कंपनियों से अवैध वसूली के सबूत मिले, लेकिन ईडी ने किसी भाजपा नेता को एक नोटिस तक नहीं दिया. इसी प्रकार कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को बार-बार पूछताछ के लिए बुलाकर मीडिया ट्रायल किया जा रहा है. गहलोत ने कहा कि कांग्रेस एक जन आंदोलन की पार्टी है. ऐसी कार्रवाईयों से भाजपा सरकार और ईडी हमारे मनोबल को नहीं तोड़ सकती है.