दुर्ग: राजधानी रायपुर के पास बसा दुर्ग शहर सिर्फ भिलाई स्टील प्लांट के लिए नहीं जाना जाता है. दुर्ग शहर के आस पास कई धार्मिक और पर्यटन स्थल भी मौजूद हैं. ठगड़ा बांध उसमें से एक है. ठगड़ा बांध को टूरिस्ट प्लेस के रुप में विकसित करने का काम भूपेश बघेल की सरकार में किया गया. आंकड़ों के मुताबिक करीब 17 करोड़ की लागत से ठगड़ा बांध को पिकनिक स्पॉट में बदला गया.
ठगड़ा बांध को लगी लापरवाही की नजर: ठगड़ा बांध जब पिकनिक स्पॉट बना तो बड़ी संख्या में लोग यहां आने लगे. परिवार के साथ पर्यटक यहां क्वालिटी टाइम स्पेंड करते. बीते कुछ सालों में ठगड़ा बांध की सुध शासन और प्रशासन ने नहीं ली, नतीजा ये हुआ कि ठगड़ा बांध की सुंदरता अब कबाड़ में तब्दील होते जा रही है. कभी पर्यटकों की भीड़ से गुलजार रहने वाला ठगड़ा बांध आज सन्नाटे में गुम है. शायद हो कोई यहां पर्यटक आने की भी सोचता है. सन्नाटा होने के चलते लोगों को गुंडे बदमाशों को भी डर रहता है. कांग्रेस नेता बताते हैं कि साल 2023 में ठगड़ा बांध को विकसित कर टूरिस्ट प्लेस बनाया गया.
दुर्ग का बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट ठगड़ा बांध: पिकनिक स्पॉट से लेकर जैव विविधता पार्क और नौका विहार जैसी सुविधाएं भी यहां मौजूद रही. पर अफसोस की बात है कि आज यहां पर न तो नौका विहार होता है न ही नौका विहार के लायक बोट और पानी है. लाखों की लागत से खरीदे गए बोट बस कबाड़ बन रहे हैं.
पहले यहां हमें बहुत अच्छा लगता था. बड़ी संख्या में बच्चे और लोग आते थे. परिवार के साथ लोग यहां हॉलीडे इंज्वॉय करते थे. पर कुछ सालों के भीतर ही ठगड़ा बांध की ये दुर्दशा हो गई है: पीयूष वर्मा, स्थानीय निवासी
पहले हम परिवार के साथ जाकर समय बिताते थे. बच्चों को ये जगह काफी पंसद आती थी. लेकिन कुछ सालों के बाद ही ये पिकनिक स्पॉट कैसा हो गया है ये आपके सामने है. हम चाहते हैं इसे फिर से ठीक किया जाए: आकाश विश्वकर्मा, स्थानीय निवासी
कांग्रेस सरकार ने ठगड़ा बांध को एक खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने का सपना देखा और उसे साकार भी किया. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए यह स्थल आकर्षण का केंद्र था, लेकिन भाजपा सरकार के आने के बाद इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. डेढ़ साल में यह पूरी तरह बर्बाद हो चुका है: अरुण वोरा, पूर्व विधायक दुर्ग शहर
इस स्थान की हालत को लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं. हमने एक जांच टीम गठित की है जो यह देखेगी कि इतने बड़े निवेश के बावजूद टूरिस्ट प्लेस की स्थिति इतनी खराब कैसे हो गई. यदि कहीं लापरवाही या भ्रष्टाचार पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी: अलका बाघमार, महापौर दुर्ग निगम
रिनोवेट करने की मांग: साफ है कि करोड़ों खर्च कर तैयार किया गया यह टूरिस्ट प्लेस अब प्रशासनिक उपेक्षा और संभावित भ्रष्टाचार का शिकार हो गया है. स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों की मांग है कि सरकार इस स्थल का पुनरुद्धार (जिर्णोद्धार) कराए ताकि दुर्ग-भिलाई के नागरिकों को फिर से एक मनोरंजन का केंद्र मिल सके और सरकारी धन की बर्बादी ना हो.