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535 दिनों से दृष्टिबाधितों की हड़ताल जारी, आज सचिवालय के बाहर किया चक्का जाम - PROTEST OUTSIDE HP SECRETARIAT

शिमला में सचिवालय के बाहर दृष्टिबाधित संघ ने चक्का जाम किया और धरना-प्रदर्शन किया. संघ पिछले 535 दिनों से हड़ताल पर बैठा है.

Drishtibadhit Sangh protest
दृष्टिबाधितों का प्रदर्शन (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : April 7, 2025 at 1:20 PM IST

2 Min Read

शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में आज दृष्टिबाधित संघ के सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दृष्टिबाधित संघ ने आज सोमवार को प्रदेश सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा. प्रदर्शन कर रहे लोग छोटा शिमला पुलिस थाने के सामने बैठ गए और चक्का जाम किया. जिससे यातायात ठप हो गया. इस दौरान लोगों ने शिमला आने-जाने के लिए संजौली से बाईपास, ढली बाईपास, विक्ट्री टनल रोड, शिमला से टाॅलैंड खलीनी रोड का इस्तेमाल किया.

"हम पिछले 535 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं, लेकिन सरकार हमारी मांगों को अनसुना कर रही है. सचिवालय के बाहर 12 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. आज हमारा 11वां चक्का जाम है. मगर सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. सरकार हमारे साथ जानवरों जैसा बर्ताव कर रही है. अगर हमारी मांगें नहीं सुनी गई तो संघ द्वारा रोज सचिवालय के बाहर चक्का जाम किया जाएगा." - राजेश ठाकुर, अध्यक्ष, दृष्टिबाधित संघ

सचिवालय के बाहर दृष्टिबाधितों का चक्का जाम (ETV Bharat)

दृष्टिबाधितों की मांगें

प्रदर्शनकारियों ने सड़क के बीच में बैठकर अपनी मांगों को लेकर धरना दिया है. दृष्टिबाधित संघ बीते लंबे समय से बैकलॉग की भर्तियों की मांग कर रहा है. प्रदर्शनकारियों का कहना है वह लंबे समय से बैकलॉग भर्ती की मांग कर रहे हैं. सरकार के विभिन्न विभागों में बहुत सारे पद खाली हैं, लेकिन लंबित बैकलॉग कोटे की भर्तियां नहीं की जा रही हैं. जिसके कारण दृष्टिबाधितों में खासा आक्रोश है. राजेश ठाकुर ने कहा कि सरकार के साथ कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिले. सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. सीएम सुक्खू ने जो बजट पेश किया है उसमें भी दृष्टिबाधितों के लिए कुछ नहीं है. जिससे उनमें खासा रोष है.

चक्का जाम से डायवर्ट हुआ ट्रैफिक

शिमला में सचिवालय के बाहर दृष्टिबाधित संघ के चक्का जाम करने से मौके पर लंबा जाम लग गया. जिसके कारण शिमला संजौली सड़क जाम हो गई और प्रशासन को ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा. ट्रैफिक पुलिस को चक्का जाम के चलते ऊपरी शिमला से आने वाली बसों को वाया भट्टाकुफर भेजना पड़ा. वहीं, लोकल रूट पर संजौली मुद्रिका चलने वाली बसों को संजौली से ही वापस भेजना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें: "पावर सेक्टर में चल रहे घोटालों के कारण हुई विमल नेगी की मौत, जाने किसे बचा रही सरकार"

शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में आज दृष्टिबाधित संघ के सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दृष्टिबाधित संघ ने आज सोमवार को प्रदेश सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा. प्रदर्शन कर रहे लोग छोटा शिमला पुलिस थाने के सामने बैठ गए और चक्का जाम किया. जिससे यातायात ठप हो गया. इस दौरान लोगों ने शिमला आने-जाने के लिए संजौली से बाईपास, ढली बाईपास, विक्ट्री टनल रोड, शिमला से टाॅलैंड खलीनी रोड का इस्तेमाल किया.

"हम पिछले 535 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं, लेकिन सरकार हमारी मांगों को अनसुना कर रही है. सचिवालय के बाहर 12 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. आज हमारा 11वां चक्का जाम है. मगर सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. सरकार हमारे साथ जानवरों जैसा बर्ताव कर रही है. अगर हमारी मांगें नहीं सुनी गई तो संघ द्वारा रोज सचिवालय के बाहर चक्का जाम किया जाएगा." - राजेश ठाकुर, अध्यक्ष, दृष्टिबाधित संघ

सचिवालय के बाहर दृष्टिबाधितों का चक्का जाम (ETV Bharat)

दृष्टिबाधितों की मांगें

प्रदर्शनकारियों ने सड़क के बीच में बैठकर अपनी मांगों को लेकर धरना दिया है. दृष्टिबाधित संघ बीते लंबे समय से बैकलॉग की भर्तियों की मांग कर रहा है. प्रदर्शनकारियों का कहना है वह लंबे समय से बैकलॉग भर्ती की मांग कर रहे हैं. सरकार के विभिन्न विभागों में बहुत सारे पद खाली हैं, लेकिन लंबित बैकलॉग कोटे की भर्तियां नहीं की जा रही हैं. जिसके कारण दृष्टिबाधितों में खासा आक्रोश है. राजेश ठाकुर ने कहा कि सरकार के साथ कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिले. सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. सीएम सुक्खू ने जो बजट पेश किया है उसमें भी दृष्टिबाधितों के लिए कुछ नहीं है. जिससे उनमें खासा रोष है.

चक्का जाम से डायवर्ट हुआ ट्रैफिक

शिमला में सचिवालय के बाहर दृष्टिबाधित संघ के चक्का जाम करने से मौके पर लंबा जाम लग गया. जिसके कारण शिमला संजौली सड़क जाम हो गई और प्रशासन को ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा. ट्रैफिक पुलिस को चक्का जाम के चलते ऊपरी शिमला से आने वाली बसों को वाया भट्टाकुफर भेजना पड़ा. वहीं, लोकल रूट पर संजौली मुद्रिका चलने वाली बसों को संजौली से ही वापस भेजना पड़ रहा है.

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