गौरेला पेंड्रा मरवाही : जीपीएम में भोजन और पानी की तलाश में एक चीतल रिहायशी इलाके में घुस आया.जिसे आवारा डॉग्स ने कई जगह पर काट लिया. घायल चीतल अपनी जान बचाकर गांव की ओर आया.जिसे ग्रामीणों ने देखा और उसकी जान बचाई.चीतल को डॉग्स से बचाने के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना डायल 112 को दी. डायल 112 ने चीतल की जानकारी वनविभाग तक पहुंचाई.वनविभाग की टीम गांव पहुंची और चीतल को अपनी कस्टडी में लेकर उसका इलाज करवाया.
क्यों रिहायशी इलाके में आया चीतल : ग्रामीण भोलेदास ने बताया कि दानीकुंडी के जंगलों में भीषण आग लगी है,जिसके कारण जंगली जानवर जैसे भालू,हिरण और चीतल अपनी जान बचाकर रिहायशी इलाके की ओर आ रहे हैं.रविवार को एक चीतल भटककर गांव की ओर आ गया. जिसे कुत्तों ने बुरी तरह से नोंच लिया.
चीतल भोजन पानी की तलाश में जंगल से भटककर चनाडोंगरी गांव में आ गया था.जिसे कुत्तों ने काट लिया. ग्रामीणों ने घायल चीतल को कुत्तों के हमले से बचाया और उसे अपने पास रख लिया. गांव के पास चीतल पहुंचने की सूचना ग्रामीणों ने 112 आपातकालीन सेवा को दी. 112 ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कर रखे चीतल को 112 वाहन की मदद से लाकर वन कर्मियों को सौंपा.इसके बाद चीतल का इलाज कराया जा रहा है- भोलेदास सुमेर, ग्रामीण
आपको बता दें कि घायल चीतल को उपचार के बाद फिलहाल वनकर्मी अपने संरक्षण में रखे हुए हैं. चीतल के स्वास्थ्य होने के बाद उसे फिर से जंगल में छोड़ा जाएगा. वहीं ग्रामीणों की माने तो जंगल में लगातार आग लगने और खाने की कमी के कारण जंगली जानवर जंगल से निकलकर रिहायशी इलाके की ओर आ रहे हैं.
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